उत्तर प्रदेश में 9वीं से 12वीं तक के सिलेबस में बड़ा बदलाव किया गया है। इसमें वीर सावरकर, चंद्रशेखर आजाद और छत्रपति शिवाजी जैसे 50 महापुरुषों की जीवनगाथा जोड़ी गई है, लेकिन जवाहर लाल नेहरू को शामिल नहीं किया गया है।
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, नेहरू को लिस्ट में शामिल ना किए जाने के सवाल पर यूपी के माध्यमिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि नेहरू ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुती नहीं दी थी, इसलिए उन्हें लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) ने क्लास 9th से 12th तक के नैतिक, योग, खेल और फिजिकल एजुकेशन के सिलेबस में विनायक दामोदर सावरकर, छत्रपति शिवाजी, बिरसा मुंडा समेत 50 महापुरुषों की जीवनगाथा शामिल की है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि कक्षा-9 से 12वीं कक्षा की नैतिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में 50 महापुरुषों की जीवनगाथा जोड़ी गई है। इसके अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र से कई चीजें कंप्यूटर के पाठ्यक्रम में शामिल की गई हैं।
उन्होंने बताया कि 2023-23 सत्र में छात्र इन महापुरुषों की जीवनगाथा के बारे में पढ़ेंगे। 10वीं कक्षा के नैतिक शिक्षा के सिलेबस में पंडित जवाहरलाल नेहरू, स्वामी दयानंद, स्वामी विवेकानंद, पंडित श्रीराम शर्मा समेत आठ महापुरुषों की जीवनगाथा है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद बच्चों का सर्वांगीण विकास होना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इन महापुरुषों के नाम की सूची शासन को भेजी गई थी। वहीं, 9वीं कक्षा के सिलेबस में चंद्रशेखर आजाद, बिरसा मुंडा, बेगम हजरत महल, वीर कुंवर सिंह, इश्वरचंद्र विद्यासागर, गौतम बुद्ध, ज्योतिबा फुले, छत्रपति शिवाजी, विनायक दामोदर सावरकर, बिनावा भावे, श्रीनिवा रामानुजन और जगदीश चंद्र बोस की वीरगाथ के बारे में पढ़ाया गया है।
उप्र बोर्ड के 27000 से ज्यादा स्कूलों में पढ़ने वाले एक करोड़ से ज्यादा छात्र इन महापुरुषों की जीवन गाथा पढ़ेंगे। बोर्ड ने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए नौवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में सूर्य नमस्कार, आसन और स्वास्थ्य, मुद्रा, प्राणायाम एवं स्वास्थ्य, योग निद्रा और त्राटक को शामिल किया है। साथ ही इसमें अष्टांग योग के बारे में भी विस्तार से बताया गया है। उप्र बोर्ड ने नैतिक, योग, खेल और फिजिकल एजुकेशन के लिए 50 अंक की लिखित और 50 अंक का प्रैक्टिकल एग्जाम होगा।
बोर्ड ने 11वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में कंप्यूटर विषय के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉक चेन टेक्नोलाजी, डिजिटल क्रिप्टो करेंसी एआर-वीआर, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, थ्रीडी प्रिंटिंग और क्लाउड कंप्यूटिंग आदि का समावेश किया है ताकि छात्र उभरती टेक्नोलॉजी से रूबरू हो सकें। वहीं, 12वीं के कंप्यूटर विषय में रोबोटिक्स, ड्रोन टेक्नोलॉजी, कोर जावा लैंग्वेज, एडवांस्ड जावा लैंग्वेज को शामिल किया गया है। अध्ययन सत्र 2023-24 से एनसीसी को भी नौवीं से 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल कर लिया गया है।