भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर पर विराम लगा दिया। अक्सर अपने फैसलों से चौंकाने वाले धोनी ने स्वतंत्रता दिवस की शाम भी चौंकाने वाला फैसला लिया और वनडे और टी-20 क्रिकेट को अलविदा कह दिया। हालांकि वह आईपीएल खेलते रहेंगे।

धोनी के संन्यास के बाद क्रिकेट प्रेमियों में यह जानने की उत्सुकता है कि आखिर धोनी ने 15 अगस्त की तारीख को ही अपने संन्यास के लिए क्यों चुना। इस सवाल का जवाब धोनी के मैनेजर मिहिर दिवाकर ने दिया है। उन्होंने कहा कि धोनी का करियर भारतीय क्रिकेट के लिए ही था और वह सच्चे देशभक्त हैं। क्रिकेट को अलविदा कहने के लिए इससे बड़ा दिन क्या हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि धोनी संन्यास को लेकर चर्चा कर रहे थे लेकिन उन्होंने अभी तारीख तय नहीं की थी। महेंद्र सिंह धोनी की अब प्रमुख प्राथमिकता आईपीएल है।

कैप्टन कूल के नाम से मशहूर धोनी ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के साथ अपने संन्यास का एलान किया। उम्मीद की जा रही थी कि धोनी साल 2020 में होने वाले टी-20 विश्वकप में नजर आएंगे लेकिन इस टूर्नामेंट को कोरोना के चलते साल 2021 अक्टूबर तक के लिए टाल दिया गया है। आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स का कैंप ज्वाइन करने से ठीक पहले अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी।

साल 2014 में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले लिया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेलने के बाद धोनी ने संन्यास का एलान किया था। इसके अलावा साल 2017 में उन्होंने सीमित ओवर्स के क्रिकेट की कप्तानी पद से भी इस्तीफा दे दिया था। दिलचस्प यह रहा कि इन दोनों इस्तीफों का एलान उन्होंने बिना लाग लपेट के सामान्य प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया था।