यूपी पंचायत चुनाव को लेकर एक पूर्व आईएएस ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा है। पूर्व अधिकारी ने सीएम को चेताया कि आप इसे 2022 का सेमीफाइनल समझने की गलती न करें। पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा,’ये चुनाव जिला पंचायत अध्यक्षी चुनाव से अधिक आलाकमान की नजरों में यह सिद्ध करने का चुनाव था कि अभी यूपी में सब कुछ गंवाया नहीं है,बाकी बचा है। इस लिए धनबल,बाहुबल के साथ पूरे पुलिस प्रशासन की ताकत भी झोंक दी। इस ‘बलात-जीत’ को 2022 का सेमीफाइनल समझने की भूल न करना,योगी जी।’

वहीं, यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने ट्वीट किया,’ जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों की मिली प्रचण्ड जीत पर हार्दिक बधाई, नवनिर्वाचित अध्यक्षों को यशस्वी कार्यकाल हेतु शुभकामनायें।’ नेता ने लिखा कि पंचायत चुनाव में भाजपा के आगे विपक्षी दलों की सारी रणनीति फेल हो गई। भाजपा अपना दबदबा कायम करते हुए जनता के भरोसे पर खरा उतर रही है। ये जीत इस बात का प्रमाण है कि भाजपा की नीतियां जनता में लोकप्रिय हैं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के 53 जिलों में शनिवार दोपहर बाद तीन बजे से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मतगणना शुरू हो गयी। राज्‍य निर्वाचन आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 53 जिलों में 11 बजे पूर्वाह्न से तीन बजे अपराह्न तक मतदान हुआ तथा तीन बजे के बाद वोटों की गिनती शुरू हुई है।

मतदान के दौरान विभिन्न जनपदों से समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के बीच नोंकझोंक की सूचना है। इस बीच शनिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमे चंदौली से सपा के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव मतदाताओं (चुने हुये जिला पंचायत सदस्यों) के पैरों पर गिरते दिखाई दे रहे हैं।

प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने ट्विटर पर यह वीडियो साझा करते हुये लिखा है, ‘‘पिछले चुनाव में ”सिर पर पैर” रखने वाले इस चुनाव में ”पैरों पर सिर” रखकर गिड़गिड़ा रहे हैं। चंदौली में जिला पंचायत चुनाव के ठीक पहले शुक्रवार की रात चंदौली से सपा के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव जिला पंचायत सदस्यों के पैरो में गिरते दिख रहे हैं।”

राज्य के चंदौली, हापुड़, सुलतानपुर, मिर्जापुर, रायबरेली, मथुरा, फिरोजाबाद, बिजनौर, हमीरपुर, मुजफ्फरनगर, सोनभद्र, बलिया, गाजीपुर, उन्नाव, हरदोई, कुशीनगर, मैनपुरी, प्रतापगढ़, कन्नौज, जालौन, महराजगंज, संतकबीरनगर, लखीमपुर, बदायूं, प्रयागराज, अमेठी, भदोही, बाराबंकी, फर्रुखाबाद, संभल, बस्ती, फतेहपुर, शामली, अलीगढ़, जौनपुर, कासगंज, आजमगढ़, सिद्धार्थनगर, एटा, अयोध्‍या, रामपुर, सीतापुर, औरैया, महोबा, फतेहपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, आंबेडकरनगर, बरेली, कौशांबी, हाथरस, देवरिया और लखनऊ में शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मतदान हुआ।

इससे पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये हैं जिनमें इटावा जिले को छोड़कर 21 निर्वाचित अध्यक्ष सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं। इटावा में समाजवादी पार्टी को जीत मिली है।

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने मंगलवार को बताया था कि प्रदेश के 22 जिलों सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतम बुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत और शाहजहांपुर में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है।