हाल के दिनों में भारतीय जनता पार्टी पर लगतार हमलावर रहे पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट किया है कि कैबिनेट विस्तार में 43 कठपुतली अंदर, 12 कठपुतली बाहर। लेकिन जीरो में कुछ भी जोड़ो या कुछ भी घटाओ, रहेगा तो जीरो ही।

एक अन्य ट्वीट में सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा है कि केंद्रीय कैबिनेट विस्तार-यूपी में वोट पाने के लिए कुछ दलित/पिछड़ी ‘जातियों’ को राज्यमंत्री पद तो मिले लेकिन सब कूड़ा कचरा ही मिला, ये इन जातियों का सम्मान कम अपमान अधिक है। क्यों कि, केंद्र में राज्यमंत्री के पास क्या अख्तियार हैं? आप सब जानते ही हैं। बताते चलें कि हाल के दिनों में पूर्व आईएएस अधिकारी उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र की बीजेपी सरकार से नाराज चल रहे हैं।

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने रविशंकर प्रसाद को निशाने पर लेते हुए कहा कि रविशंकर प्रसाद जी अब Koo App पर 1000 शब्दों में लिखिए कि आपसे क्या क्या ग़लतियां हुई। सुना है नीली चिड़िया के पर कतरने का दावा करने वालों के ही पर कतर दिए गए? स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के इस्तीफे को लेकर उन्होंने लिखा कि निश्चित रूप से डॉ. हर्षवर्धन का इस्तीफा- केंद्र द्वारा कोरोना कुप्रबंधन की स्वीकारोक्ति है। क्या अब उत्तरप्रदेश में कोरोना से हुई लाखों मौतों पर भी जिम्मेदारी तय होगी या फ़िर चुनाव तक पर्दा पड़ा रहेगा?

पीएम मोदी को निशाना बनाते हुए उन्होंने लिखा कि भाइयों और बहनों मैं आप से पूछना चाहता हूं, क्या अब इस आधार पर तय होगा क्या?जिस राज्य में चुनाव होने वाले हो वहां से मंत्री बनाओ, जहां हो चुके है वहाँ से मंत्रियों को निकाल दो, जो नेता विधायक तोड़ के लाये उसे मंत्री बना दो? क्या यही लोकतंत्र है? भाइयों और बहनों..!

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मंत्रिपरिषद में व्यापक फेरबदल और विस्तार करते हुए 36 नए चेहरों को इसमें शामिल किया जबकि सात राज्य मंत्रियों को पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया। केंद्रीय मंत्रिमंडल से हर्षवर्धन, रमेश पोखरियाल निशंक, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, डी वी सदानंद गौड़ा, संतोष गंगवार जैसे नेताओं की छुट्टी कर दी गई जबकि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनाने में मदद करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिव सेना से भाजपा में आए नारायण राणे और असम में अपने सहयोगी हिमंत बिस्व सरमा के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ने वाले सर्बानंद सोनोवाल को कैबिनेट मंत्री पद से नवाजा गया।