गांधी परिवार के करीबी संजय सिंह पत्नी अमिता समेत बुधवार (31 जुलाई, 2019) को बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें व अमिता को पार्टी सदस्यता दिलाई।नड्डा इस मौके पर बोले कि सिंह के भाजपा में शामिल होने से पार्टी मजबूत होगी।
एक दिन पहले यानी कि मंगलवार (30 जुलाई, 2019) को सिंह ने राज्यसभा और कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। सिंह ने कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद पत्रकारों से कहा था कि आज के दौर में देश पीएम मोदी के साथ है। अगर देश उनके साथ है तो वह भी मोदी के साथ हैं।
यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस क्यों छोड़ी? उन्होंने बताया था, “पार्टी में कोई नेतृत्व ही नहीं है। मैं ‘सबका साथ, सबका विकास’ के लिए पीएम मोदी को समर्थन दे रहा हूं। मैं कांग्रेस से 1984 से जुड़ा था। मेरे कांग्रेस छोड़ने के फैसले से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कांग्रेस में पिछले 15 सालों में जो कुछ भी हुआ है, वह पहले कभी न हुआ। मैं यह निर्णय बहुत कुछ सोचकर लिया है।”
वह यूपी के अमेठी राजघराने से नाता रखते हैं और उत्तर पूर्वी राज्य असम से कांग्रेस के पार्टी के राज्यसभा सदस्य थे, जबकि पत्नी अमिता यूपी में ऑल इंडिया प्रोफेश्नल कांग्रेस की पूर्व चेयरपर्सन थीं।
सिंह का अमेठी और आसपास के इलाके में अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। इसी क्षेत्र में रायबरेली भी आता है, जो कि यूपी अध्यक्ष और कांग्रेस नेत्री सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है। सिंह पहले भी भाजपा में रह चुके हैं।