वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार (27 अगस्त, 2019) को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राहुल को बाकी लोगों को चोर-चोर कहने की आदत पड़ चुकी है। वह इस काम में माहिर हो चुके हैं और देश की जनता इसके लिए उन्हें करारा जवाब भी दे चुकी है।
सीतारमण ने ये बातें मंगलवार को राजधानी नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से सोमवार को मिले 1.76 लाख करोड़ रुपए के फंड का मोदी सरकार क्या करेगी? यह पूछे जाने पर वित्त मंत्री ने कहा- हम इस बारे में फिलहाल नहीं बता सकते, पर जल्द ही इस बारे में फैसला लिया जाएगा।
पत्रकारों से आगे उन्होंने कहा- बैठक में जीएसटी पर बातचीत हुई है, पर जीएसटी घटाना मेरे हाथ में नहीं है। जीएसटी दरों पर अंतिम फैसला जीएसटी काउंसिल ही लेगा। हमारी इस बाबत ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लोगों से भी बात हुई है।
वित्त मंत्री यह भी बोलीं, “आरबीआई की कमेटी पर सवाल उठाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।” उन्होंने इसी के साथ अपील की कि शीर्ष बैंक की छवि दागदार न बनाई जाए। देखें, PC में FM निर्मला सीतारमण ने और क्या कहाः
#WATCH Finance Minister Nirmala Sitharaman addresses the media in Delhi. https://t.co/gpXmXEhwvc
— ANI (@ANI) August 27, 2019
पूर्व कांग्रेस चीफ को लेकर सीतारमण की हालिया टिप्पणी तब आई है, जब सोमवार को आरबीआई द्वारा 1.76 लाख करोड़ रुपए केंद्र को ट्रांसफर करने पर मुहर लगी। दरअसल, राहुल ने आरबीआई के इसी कदम पर सवालिया निशान लगाए और ट्वीट किया- प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को बिल्कुल भी इस बात का अंदाजा नहीं है कि वह अपने द्वारा ही जनित ‘आर्थिक तबाही’ से कैसे निपटेंगे।
राहुल ने इसी ट्वीट में आगे लिखा, “आरबीआई से पैसे चुराना, आपके (सरकार) काम नहीं आएगा। यह उसी तरह है, जैसे आप किसी डिस्पेंसरी से बैंड-एड चुराते हैं और गोली के जख्म पर चिपका लेते हैं।” यह रहा कांग्रेस चीफ का ट्वीटः
राहुल के अलावा कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस मुद्दे बनाया और पूछा कि क्या इस पैसे का इस्तेमाल बीजेपी के पूंजीपति मित्रों (क्रोनी फ्रेंड्स) को बचाने के लिए होगा? इससे पहले, कांग्रेसी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोप लगाया कि आरबीआई से ”प्रोत्साहन पैकेज” लेना इस बात का सबूत है कि अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है।
कांग्रेस के अलावा माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी ट्वीट किया, “2014 से मोदी सरकार ने अपने प्रचार अभियानों के लिए हर साल आरबीआई के मुनाफे का 99% हिस्सा लिया। इस बार तो उन्होंने एक झटके में 1.76 लाख करोड़ रुपए हड़प लिए, जिसका इस्तेमाल बैंकों में नई पूंजी डालने के लिए किया जाएगा जिन्हें मोदी के यार-दोस्त लूट चुके हैं।” सीतारमण का उक्त जवाब विपक्ष के इन्हीं जुबानी हमलों पर आया है।