India-Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हिंसा के बीच भारत ने बड़ा कदम उठाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा कि विदेश सचिव 9 दिसंबर को बांग्लादेश का दौरा करेंगे और वे अपने समकक्ष से मिलेंगे। इस यात्रा के दौरान कई अन्य बैठकें भी होंगी। विदेश सचिव के नेतृत्व में विदेश कार्यालय परामर्श भारत और बांग्लादेश के बीच एक मजबूत जुड़ाव है। हम इस बैठक की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

‘मसूद अजहर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो’

मसूद अजहर पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी है। हम मांग करते हैं कि उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि उसे न्याय के कटघरे में लाया जा सके। इस बात से इनकार किया गया है कि वह पाकिस्तान में नहीं है। आप जिस बात का जिक्र कर रहे हैं, अगर रिपोर्ट सही हैं तो इससे पाकिस्तान का दोहरा चरित्र उजागर होता है। मसूद अजहर भारत में सीमा पार से होने वाले आतंकी हमलों में शामिल है। हम चाहते हैं कि उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

‘सीरिया की घटना पर भारत की पैनी नजर’

सीरिया में हाल के घटनाक्रमों पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने सीरिया के उत्तर में हाल ही में लड़ाई में हुई वृद्धि पर ध्यान दिया है। हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। सीरिया में लगभग 90 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों में काम करने वाले लोग भी शामिल हैं। हमारे दूतावास अपने नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षा के लिए उनके साथ निकट संपर्क में हैं।

‘दक्षिण कोरिया और भारत के मजबूत संबंध हैं’

दक्षिण कोरिया में हाल ही में हुई अशांति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दक्षिण कोरिया और भारत के बीच मजबूत आर्थिक और राजनीतिक साझेदारी है। हम घटनाक्रम पर नज़र रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के साथ हमारे बहुत मजबूत निवेश, व्यापार संबंध और रक्षा सहयोग हैं। हमारे लोगों के बीच भी बहुत मजबूत संबंध हैं। हमारे पास बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक भी हैं, जो वहां रहते हैं। हम लगातार कड़ी नज़र बनाए हुए हैं ताकि अगर कोई ऐसी घटना या कोई ऐसी चीज़ हो जिसका हमारे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और हमारे हितों पर असर पड़े तो हम उस पर नज़र रख सकें। हमें उम्मीद है कि देश में स्थिति जल्द ही स्थिर हो जाएगी।

‘पुतिन के साथ शिखर वार्ता भारत में होने की संभावना’

रूसी राष्ट्रपति पुतिन की अगले साल संभावित भारत यात्रा पर विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि रूस के साथ हमारी वार्षिक शिखर वार्ता की व्यवस्था है। पिछली वार्षिक शिखर वार्ता मास्को में हुई थी, जिसके लिए प्रधानमंत्री मास्को गए थे। अगली शिखर वार्ता अगले साल भारत में होने वाली है। इसकी तारीखें कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से तय की जाएंगी।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा पर क्या बोलीं थी शेख हसीना?

बांग्लादेश छोड़ने के बाद अपने पहले सार्वजनिक वक्तव्य में अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हाल ही में अराजक स्थिति और हिंदुओं पर हमलों के लिए सरकार प्रमुख मुहम्मद यूनुस को जिम्मेदार ठहराया है। कहा कि यूनुस देश में नरसंहार के लिए जिम्मेदार हैं और वह अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने में विफल रहे हैं।

न्यूयार्क में अवामी लीग समर्थकों द्वारा आयोजित कार्यक्रम को भारत से वर्चुअली संबोधित करते हुए हसीना ने कहा कि पांच अगस्त को उनकी और उनकी बहन शेख रेहाना की हत्या की साजिश थी, जैसे कि 1975 में उनके पिता शेख मुजीब-उर-रहमान को मारा गया था। कहा, यूनुस सत्ता के भूखे हैं, इसीलिए वह पूजास्थलों को हमलों से बचा नहीं पा रहे हैं। बीते तीन महीनों में वह सरकार चला पाने में पूरी तरह से विफल साबित हुए हैं।

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पांच अगस्त के घटनाक्रम के बारे में हसीना ने बताया कि उन्होंने सेना को गोली न चलाने का स्पष्ट निर्देश दिया था जिससे कि नौजवान मारे न जाएं। उस स्थिति में सेना ने उन्हें देश छोड़कर जाने की सलाह दी। यह एक तरह से उन्हें देश छोड़ने के लिए मजबूर करना था। बीते महीनों में हसीना ने कई बयान जारी किए हैं लेकिन उनकी बोलते किसी ने नहीं देखा था। बुधवार को वह बोलते हुए दिखाई दीं।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की आवाज दुनियाभर में उठ रहीं

बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों के विरोध में अब विश्व भर में आवाज उठ रही हैं। अमेरिका में सांसद ब्रैड शरमन ने कहा है कि बांग्लादेश सरकार की पूरी जिम्मेदारी है कि वह देश में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों की सुरक्षा करे।

शरमन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के प्रमुख वाल्कर तुर्क से भी मांग की कि बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदाय के लोगों पर हुए हमलों की जांच कराई जाए। ये हमले अगस्त में शेख हसीना की सरकार को हटाने के लिए देश भर में हुई हिंसा के दौरान हुए थे। इससे पहले अमेरिका में रहने वाले बांग्लादेशी मूल के हिंदुओं ने व्हाइट हाउस के समक्ष प्रदर्शन कर बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा और धर्मगुरु चिन्मय दास की रिहाई की मांग की थी।

ब्रिटिश सांसद प्रीति पटेल ने क्या कहा?

ब्रिटिश सांसद प्रीति पटेल ने भी बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों पर हमलों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इन हमलों को संवेदनहीन और भयभीत करने वाला बताया है। विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी में विदेश मामलों की प्रभारी पटेल ने बांग्लादेश सरकार से अनुरोध किया है कि वह हिंदुओं के धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करे।

कंजरवेटिव पार्टी के सांसद बाब ब्लैकमैन ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के सफाये की मुहिम चल रही है। इसे तत्काल रोका जाना चाहिए। जबकि सत्तारूढ़ लेबर पार्टी के सांसद बेरी गार्डिनर बांग्लादेश की स्थिति और हिंदुओं पर हमलों पर चर्चा के लिए संसद का आपात सत्र बुलाने की मांग की है।

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