Jammu-Kashmir News: सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को राज्यपाल मनोज सिन्हा पर फाइलों को दबाए रखने और सरकारी काम में देरी करने का आरोप लगाया। दरबार मूव के बाद जम्मू में सिविल सचिवालय के फिर से काम शुरू करने पर उन्होंने मीडिया से कहा, “वह फाइलों पर बैठे हैं। मैंने उनसे पूछा, कितनी बार।”
पूर्व सीएम ने कहा, “मैंने उनसे एक दिन कहा आपने (शेर-ए-कश्मीर) इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, श्रीनगर का लेवल गिरा दिया है। उन्होंने कहा, नहीं, नहीं, इसे स्वायत्तता मिल गई है। यह सरासर झूठ था।” उन्होंने आगे कहा, “मैं उनसे विनती करता हूं कि अल्लाह के लिए वे फाइलें आगे बढ़ाएं, ताकि लोगों को लाभ मिल सके।”
फाइलों को दबाकर काम में देरी कर रहे- फारूक अब्दुल्ला
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या उनका मतलब यह था कि उपराज्यपाल चुनी हुई सरकार को काम करने से रोक रहे हैं, तो फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि काम रोकने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा, “वह इसे रोक नहीं सकते, लेकिन फाइलों को दबाकर काम में देरी कर रहे हैं। यही एकमात्र काम है जो वह कर रहे हैं।” उन्होंने उपराज्यपाल से जनता और सरकार का मित्र बनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “वह इसीलिए तो वहां हैं। अगर प्रशासन ही मददगार बनने की बजाय बाधा बन जाए, तो प्रगति कैसे होगी।”
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जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने क्या कहा था?
फारूक अब्दुल्ला का यह बयान उपराज्यपाल के कटाक्ष के कुछ दिनों के बाद आया है। इसमें उन्होंने कहा था कि चुनी हुई सरकार को निष्क्रियता के लिए राज्य का दर्जा ना होने को बहाने के तौर पर इस्तेमाल करना बंद कर देना चाहिए। शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में केंद्र शासित प्रदेश के स्थापना दिवस समारोह में उन्होंने कहा कि उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली राज्य की नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार के पास प्रभावी ढंग से काम करने के लिए जरूरी सभी शक्तियां हैं और उन्होंने संसद में गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान को दोहराया कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा सही वक्त पर बहाल कर दिया जाएगा।
कुछ लोगों को समस्याएं हैं- एलजी
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन कुछ लोगों को कुछ समस्याएं हैं।’’ उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार यह नहीं कह सकती कि राज्य का दर्जा बहाल होने तक काम नहीं किया जा सकता। राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर फारूक अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि यह जल्द ही होगा और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य के बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत देने का आग्रह किया।
