देश भर में पानी की किल्लत से जूझ रहे लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए लंबे समय बाद आखिरकार इस समस्या का समाधान तब हुआ, जब मराठवाड़ा के लातूर में प्यासे लोगों को पानी पिलाने, पानी एक्सप्रेस सांगली के मिरज पहुंचेगी।
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में सूखा प्रभावित लातूर के लिए पानी से भरे 10 वैगन के साथ ‘वाटर ट्रेन’ सोमवार को पश्चिमी महाराष्ट्र में मिराज से रवाना हो गई। मराठवाड़ा क्षेत्र अब तक के सबसे भयंकर सूखे की मार झेल रहा है।
लेकिन आपको ये भी बता दें कि हाल-फिलहाल में लातूर को पानी के लिए अभी और इंतजार करना होगा, क्योंकि ट्रेन में स्रोत से पानी भरने के लिए पाइप लाइन का काम अभी शुरू हुआ है, जिसे पूरा होने में कुछ वक्त लगेगा। गौरतलब है कि बीते कई दिनों से मराठवाड़ा के लोग भयंकर सूखे का सामना कर रहे हैं। यहां के ज्यादातर बांध सूखने की कगार पर हैं, ऐसे में लोगों को पीने का पानी पहुंचाना एक बड़ी चुनौती है। फिलहाल यहां के गांव में लोगों को 10-12 दिनों में ही एक बार पानी मिल पाता है।
10 wagons with 50000 lit of drinking water each,left for #drought affected Latur from Miraj.
More efforts underway. pic.twitter.com/KCBXpyedJz— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) April 11, 2016
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने रविवार को ट्वीट किया था, ‘ट्रेन के डिब्बे मिराज पहुंच गए हैं। पीने का पानी भरने की प्रक्रिया चल रही है। डिब्बों को जल्द ही लातूर भेजा जाएगा।’
Railway wagons reach Miraj.Filling up of drinking water in process.Wagons to be sent to #drought affected Latur soon pic.twitter.com/Fw2bqdVxcF
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) April 10, 2016
राजस्थान के कोटा से आई 50 डिब्बों वाली इस मालगाड़ी में रविवार को पश्चिमी महराष्ट्र के मिराज 2.75 लाख लीटर पानी लेकर जाने वाली पानी एक्सप्रेस पहली ट्रेन होगी। आपको बता दें कि जिस मालगाड़ी से लातूर में पानी लाया जा रहा है, उसके डिब्बों को ईंधन और तेल सप्लाई करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
लेकिन पानी की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए ट्रेन के इन सभी डिब्बों को पानी भरने से पहले भाप से साफ किया किया गया है। सांगली जिला प्रशासन दिन-रात काम करके 2700 मीटर लंबी पाइप लाइन को पूरा करने में जुटा है ताकि रेलवे के फिल्टर हाउस से रेलवे यार्ड तक पानी पहुंचाया जा सके। इस प्रोजेक्ट पर काम में 1.84 करोड़ रुपए का खर्चा आया है।
वहीं दूसरी ओर सूखाग्रस्त राज्यों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने आपात बैठक बुलाई और हाई लेवल रिव्यू के निर्देश दिए हैं। बुंदेलखंड, विदर्भ और मराठवाड़ा जैसे क्षेत्र सूखे की ज्यादा मार झेल रहे हैं। सरकारी प्रशासन उम्मीद जता रहा है कि अगले तीन दिन में यह काम पूरा हो पाएगा और तब यह ट्रेन लातूर के लिए रवाना हो पाएगी। सरकार की योजना है कि ट्रेन के जरिए लातूर तक हर फेरी में 25 लाख लीटर पानी पहुंचाया जा सकेगा।
मराठवाड़ा के सूखा ग्रस्त इलाकों खासकर नांदेड़ और लातूर से किसानों और खेतिहर मजदूरों का मुंबई आना शुरू हो गया है। ये लोग मुंबई के घाटकोपर के भेडवाड़ी में पिछले दो महीने से आकर रुके हैं। यहां ये लोग बेरोजगारी और मजदूरी कर अपना और परिवार को पेट पाल रहे हैं। रहने की जगह नहीं होने के कारण ये लोग खुले मैदान में ही रात बिताने को मजबूर हैं। पानी की कमी के कारण पिछले कई साल से ये लोग ऐसा ही कर रहे हैं। ये लोग वंजारा समाज के हैं, लेकिन इनमें से कई के पास अपनी जमीन भी है। महाराष्ट्र के PWD मंत्री एकनाथ शिंदे किसानों और परिवार वालों से मिले और मदद का भरोसा दिया
जल की उपलब्धता का आकलन करने और एकत्रित सूचना के आधार पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की टीम को पूरे देश में भेजा जा रहा है। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने यह जानकारी दी। एक टीम को लातूर भी भेजा गया है।