भारतीय रेल रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधा मुहैया कराने की दिशा में उल्लेखनीय सफलता हासिल करने के करीब है। देश के दो स्टेशनों को एयरपोर्ट की तरह विकसित किया जा रहा है। मध्य प्रदेश और गुजरात को आने वाले नौ महीनों में ऐसे दो रेलवे स्टेशन मिल जाएंगे। रेलवे भोपाल के हबीबगंज और गांधीनगर रेलवे स्टेशनों को डेवलप कर रहा है। रेल विभाग का दावा है कि यहां पर वे सभी सुविधाएं मिलेंगी जो एयरपोर्ट पर यात्रियों को प्राप्त हैं। भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम के सीईओ और प्रबंध निदेशक एसके. लोहिया ने बताया कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन को इस साल दिसंबर में पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा। गांधीनगर रेलवे स्टेशन को अगले साल जनवरी तक नए सिरे से विकसित कर लिया जाएगा। उन्होंने यहां तक बताया कि अगले साल जनवरी में होने वाले वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित गांधीनगर रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि देशभर के रेलवे स्टेशनों को स्टेट ऑफ द आर्ट सुविधाओं के साथ विकसित करने के लिए एक लाख करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।
हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर वाई-फाई की होगी मुफ्त सुविधा: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। लोहिया ने कहा, ‘स्टेशन पर 600 आरामदायक बेंच, स्वच्छ शौचालय और दुकानें होंगी। पुनर्विकसित हबीबगंज स्टेशन पर कैफे और फास्ट फूड रेस्टोरेंट भी होंगे। इसके अलावा सभी यात्रियों के लिए मुफ्त वाई-फाई की भी सुविधा होगी।’ स्टेशन भवन को भी नए सिरे से बनाया जाएगा, जिसमें शीशे का गुंबदनुमा एक विशाल ढांचा भी होगा। वेटिंग लाउंज भी बनाया जाएगा जहां फूड प्लाजा और कैफेटेरिया की सुविधा होगी। स्टेशन को पूरी तरह से डेवलप करने में 450 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है। लोहिया ने बताया कि स्टेशन के पूरी तरह से बनकर तैयार होने के बाद इसके रखरखाव पर 4-5 करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जबकि 6.5-7 करोड़ रुपये का सालाना राजस्व आने की उम्मीद है। इसे चरणबद्ध तरीके से 10 करोड़ रुपये तक पहुंचाया जाएगा।
गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण पर 250 करोड़ होंगे खर्च: गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण के लिए 250 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसके पुनर्निर्माण की नींव रखी थी। रेलवे इसे गुजरात सरकार के साथ मिलकर विकसित कर रहा है। इस परियोजना के तहत स्टेशन को फिर से विकसित करने के साथ ही फाइव स्टार की सुविधाओं वाला 300 कमरों का एक होटल का भी निर्माण किया जाएगा। यह होटले पटरियों के ठीक ऊपर होगी। इसका ग्राउंड फ्लोर रेलवे ट्रैक से 22 मीटर की ऊंचाई पर होगा।