सपा के सीनियर नेता आजम खान की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं। अजन्मे बच्चे पर टिप्पणी के चलते उन पर हाल ही में केस दर्ज किया गया था। ताजा मामले में चुनाव आयोग और पुलिस को निशाना बनाने के मामले में उन पर एफआईआर दर्ज की गई है। आजम खान के खिलाफ ये केस सुजेश कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया है। रामपुर की कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है। सुजेश रामपुर उप चुनाव के लिए बनाई गई चुनाव आयोग की उस टीम के इंचार्ज हैं जो वीडियो सर्विलांस का काम देखती है।

पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक रामपुर उपचुनाव में एक सभा के दौरान आजम खान ने संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग और पुलिस के खिलाफ प्रतिकूल टिप्पणी की। वो सपा कैंडिडेट आसिम रजा के समर्थन में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। ध्यान रहे कि तकरीबन एक माह पहले हेच स्पीच के एक मामले में रामपुर की अदालत ने आजम खान को सजा सुनाई थी। उसके बाद उनकी विधायकी भी चली गई थी। इसी परिपेक्ष्य में रामपुर में उप चुनाव कराया जा रहा है। रामपुर में सपा कैंडिडेट आसिम रजा को जिताने के लिए वो अखिलेश यादव के साथ पूरा जोर लगा रहे हैं। लेकिन योगी सरकार जिस तरह से उनके खिलाफ एक के बाद एक करके ताबड़तोड़ केस दर्ज करती जा रही है, लगता है कि वो खास निशाने पर हैं।

आजम खान पर अब इस मामले में भड़काऊ भाषण देने, लोगों को उकसाने और शांति को खतरा फैलाने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। आजम के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए ,505(1) 505(b), और जन अधिनियम प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 और 1988 की धारा 125 के तहत केस दर्ज किया गया है। इससे पहले आजम के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ गलत बोलने के मामले में केस दर्ज हो चुका है।

उधर आजम खान की पत्नी डॉ. तजीन फातिमा ने कहा है कि उनके पति के खिलाफ केस दर्ज करना आम बात हो गई है। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि सरकार उनके पति को फिर से जेल की सलाखों के पीछे भेजना चाहती है। तभी एक के बाद एक करके केस दर्ज हो रहे हैं।