प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर ‘आपत्तिजनक’ पोस्ट करने के आरोप में RJD नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में दर्ज की गई है।

ANI के मुताबिक, गढ़चिरौली के भाजपा विधायक मिलिंद रामजी नरोटे की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। गढ़चिरौली पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं- 196(1)(ए)(बी), 356(2)(3), 352, 353(2) के तहत तेजस्वी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

SIR के मुद्दे पर जोरदार राजनीतिक घमासान

बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनाव आयोग जल्द ही तारीखों का ऐलान कर सकता है। इससे पहले बिहार में Special Intensive Revision (SIR) के मुद्दे पर जोरदार राजनीतिक घमासान चल रहा है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर आवाज बुलंद कर रहा है।

सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई

SIR के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई की है। सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दलों से कहा कि वे SIR के दौरान वोटर लिस्ट के ड्राफ्ट से बाहर रह गए लोगों की सहायता करें। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच ने इस बात पर हैरानी जताई कि बिहार में राजनीतिक दलों के 1.60 लाख से अधिक बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) हैं लेकिन चुनाव आयोग का कहना है कि इस मामले में केवल दो आपत्तियां दर्ज की गई हैं।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित तमाम विपक्षी नेता SIR के खिलाफ यात्रा निकाल रहे हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि चुनाव आयोग SIR के जरिये पिछड़े, दलितों, अल्पसंख्यकों के वोट काटने की साजिश रच रहा है।

ओवैसी ने SIR को लेकर उठाए सवाल

इस बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि SIR की वजह से बिहार के ‘वास्तविक’ लोग विशेषकर मुसलमान वोटर लिस्ट से बाहर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के नाम वोटर लिस्ट में नहीं होंगे उनकी नागरिकता को लेकर सवाल उठेंगे। 

द इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम में पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि बिहार से यह जानकारी मिल रही है कि बड़ी संख्या में मुसलमानों को वोटर लिस्ट से बाहर रखा जा रहा है। 

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