महाराष्ट्र के कांग्रेस कीचड़मार विधायक नितेश नारायण राणे पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इसके साथ ही उन्हों हिरासत में भी ले लिया गया है। पुलिस ने इसके साथ ही उनके 40-50 समर्थकों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है। ये एफआईआर आईपीसी की धारा 353, 342, 332, 324, 323, 120(ए), 147, 143, 504, 506 के तहत दर्ज की गई है।

सिन्धुदुर्ग के एसपी दीक्षित गेडाम ने बताया कि ‘कांग्रेस विधायक ने कांकावली पुलिस स्टेशन में सरेंडर किया। उनके और उनके समर्थकों के खिलाफ कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उनके साथ उनके 2 सहयोगियों को भी हिरासत में लिया गया है। कल सभी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।’

दरअसल मुंबई-गोवा राजमार्ग पर एक पुल का इंजीनियर प्रकाश शेडेकर राजमार्ग का निरीक्षण कर रहे थे। तभी वहां राणे समर्थकों समेत पुल का मुआयना करने पहुंचे थे। रास्ते में उन्हें कई जगह गड्ढे नजर आए थे, जिस पर वह बुरी तरह भड़क उठे। फौरन उन्होंने इंजीनियर प्रकाश शेडेकर को बुलवाया और उसे लताड़ने लगे।

जिसके बाद राणे और उनके समर्थकों ने इंजीनियर पर कीचड़ फेंक दिया। वह यही नहीं रुके उन्होंने इंजीनियर को नदी पर बने पुल से बांध दिया। घटना का एक वीडियो भी सामने आया जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि राणे इंजीनियर से बहस कर रहे हैं और इसके बाद बहस इतनी बढ़ जाती है कि वे और उनके समर्थन बाल्टी में कीचड़ भरकर एक के बाद एक इंजीनियर के ऊपर पलट देते हैं।

मालूम हो कि बीते दिनों मध्य प्रदेश के बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय के बल्ले से एक निगम अधिकारी की पिटाई के बाद अब ‘कीचड़मार’ विधायक चर्चा में हैं। बीती 26 जून को इंदौर नगर निगम की टीम एक जर्जर इमारत को ढहाने गई थी। इसी दौरान पहली बार विधायक बने आकाश विजयवर्गीय (34 वर्षीय) ने नगर निगम कमिश्नर की बैट से पिटाई कर दी थी। इसे लेकर आकाश विजयवर्गीय की खूब आलोचना भी हुई थी। इसके लिए आकाश विजयवर्गीय को कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। हालांकि भोपाल की एक विशेष अदालत ने आकाश विजयवर्गीय को जमानत दे दी।