कई राज्यों से प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक होने के मामलों के बीच अब पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कल्याणी में बने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अवैध भर्ती का मामला सामने आया है। बता दें कि इस मामले में भाजपा के कई नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसमें सबसे बड़ा नाम केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार और भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार का भी शामिल हैं।
नदिया एम्स में भर्तियों में हुई गड़बड़ी को लेकर मंत्री सुभाष सरकार समेत कई भाजपा नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। बता दें कि सुभाष सरकार पिछले साल जुलाई में मोदी कैबिनेट का हिस्सा बने थे।
बाहरियों की भर्ती का भी हुआ था विरोध: गौरतलब है कि कुछ दिन पहले कल्याणी एम्स अस्पताल में बाहरी लोगों की भर्ती रोकने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू किया था। कल्याणी के आम नागरिकों ने स्थानीय युवकों की भर्ती की मांग को लेकर धरना दिया। उनका दावा है कि कल्याणी में एम्स अस्पताल होने के बावजूद स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार के मौके नहीं मिल रहे हैं।
बीते दिनों ममता सरकार पर बोला था हमला: बता दें कि हाल ही में सुभाष सरकार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक फैसले को लेकर हमला बोला था। दरअसल राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने पिछले दिनों जानकारी दी थी कि राज्य की कैबिनेट ने सर्वसम्मति से सभी राज्य विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति राज्यपाल जगदीप धनखड़ की जगह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बनाने का फैसला किया है।
इसपर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था राजनीति से ऊपर होनी चाहिए। इस मामले में केंद्र सरकार कोई कार्रवाई शुरू करने से पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशानिर्देशों को देख रही है। जरुरी हुआ तो केंद्र कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस समय स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी को लेकर सीबीआई जांच का सामना कर रही है। ऐसे में राज्य सरकार को समझना चाहिए कि भविष्य में यह फैसला त्रासदी साबित होगा।