केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों से बरामद लगभग 200 करोड़ रु ‘भाजपा का पैसा नहीं’ है। वित्त मंत्री ने आयकर विभाग की टीम द्वारा की गई छापेमारी की टाइमिंग का बचाव करते हुए कहा कि वह कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी पर आधारित थी।
जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ”लॉ इंफोर्सिंग एंजेसी कहीं छापा मारती हैं तो सूचना के आधार पर मारती हैं। कानपुर में इत्र कारोबारी के यहां GST की जानकारी के तहत छापा मारा गया। जिसे लेकर पिछले 2 दिनों में इतनी गलत जानकारी फैलाई गई, जिसे समझाने के लिए एक प्रेस नोट जारी किया गया।”
छापेमारी को लेकर सपा प्रमुख द्वारा सवाल उठाने पर वित्त मंत्री ने पलटवार किया और कहा,”जो लोग इस पर टिप्पणी कर रहे हैं मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि टीम गई तो वो खाली हाथ आई क्या? अगर गलत व्यक्ति के घर गए होते तो उसके घर में इतना पैसा मिलता क्या?” केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, ”आप किसे बचा रहे हैं? सपा प्रमुख अखिलेश यादव क्या इससे हिल गए हैं? क्या उन्हें डर लग रहा है?”
इत्र कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों पर हुई छापेमारी को लेकर निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी धोखाधड़ी के मामले सामने आने के बाद जीएसटी इंटेलिजेंस की ओर से छापेमारी की गई थी। छापेमारी की टाइमिंग को लेकर सवालों पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि चुनाव आ रहा है तो क्या मुहुर्त निकालकर चोर को पकड़े जाएंगे।
इसके पहले, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस छापेमारी की कार्रवाई को लेकर भाजपा पर निशाना साधा था। अखिलेश यादव ने कहा था, ”पीयूष जैन पर छापे की सच्चाई के बाद भाजपा खुद बदनाम हुई। अपनी बदनामी बचाने के लिए सपा MLC के यहां छापे पड़े। भाजपा इत्र और कन्नौज को बदनाम कर रही है। हम इत्र व्यापारियों को उनका सम्मान वापस देंगे और उनके इत्र का डंका दुनिया में बजे उसमें भी मदद करेंगे।”