नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला शुक्रवार को यह कहते हुए अभिनेता आमिर खान के बचाव में आ गए कि उनसे जुड़ा विवाद महज एक दुष्प्रचार है और अभिनेता ने कभी नहीं कहा कि वे देश छोड़कर जाना चाहते हैं। अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने कब कहा कि वे देश छोड़ना चाहते हैं। मैं खुद वहां बैठा था। यह उनके खिलाफ दुष्प्रचार है। उन्होंने कभी नहीं कहा कि वे भारत छोड़ना चाहते हैं, उन्होंने कहा कि भारत मेरा देश है। मैं इस माटी में पैदा हुआ और मैं इसी माटी में मरूंगा। उन्होंने कहा कि आमिर के भारत छोड़ने की कोई वजह नहीं है क्योंकि उन्होंने कभी नहीं ऐसा कहा। उन्होंने मीडिया पर फिल्म अभिनेता के खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया।
फारुक ने यहां एक कार्यक्रम में कांग्रेस के दिग्गज और जम्मू कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री गिरधारी लाल डोगरा को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह, मंत्री सीपी गंगा, प्रिया सेठी, भाजपा नेता और जम्मू कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष कविंदर गुप्ता भी मौजूद थे।
आमिर खान ने कहा रामनाथ गोयनका उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कारों की घोषणा के लिए नई दिल्ली में हुए एक समारोह में कहा था- अपने इस जवाब को पूरा करने के लिए कि पहले की तुलना में डर की भावना अधिक है। मैं महसूस करता हूं कि असुरक्षा की भावना है। मैं घर में (पत्नी) किरण से बात कर रहा था। किरण और मैंने भारत में पूरी जिंदगी बिताई। पहली बार उसने पूछा कि क्या हमें भारत से बाहर चले जाना चाहिए। आमिर ने कहा कि मेरे सामने किरण के लिए ऐसा बयान देना बड़ा दुखद और बड़ा बयान था। उसे अपने बच्चे के लिए डर सताता है। वह डरती है कि हमारे इर्द-गिर्द कैसा माहौल होगा।
अब्दुल्ला ने कहा कि भारतीय मुसलमानों को भारतीय होने पर नाज है और कोई भी पाकिस्तान नहीं जाना चाहता। उन्होंने कहा कि आपको यह असम के राज्यपाल से पूछना चाहिए जो वहां बैठे हैं और ऐसे बयान दे रहे हैं। कोई भी यहां से पाकिस्तान जाने को राजी नहीं है। हम भारतीय हैं और भारतीय मुसलमान किसी से भी कम नहीं है क्योंकि हमें भारतीय होने पर नाज है। उन्होंने कहा कि ईश्वर लोगों से नहीं पूछता कि वे कहां पैदा होना चाहते हैं, इसलिए सभी को स्वीकार करना होगा, चाहे वह किसी भी धर्म में पैदा हुआ हो।
फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि हमें भारतीय होने पर नाज है। अगर मैं जवाहरलाल नेहरू के परिवार में पैदा होता और इंदिरा गांधी श्ोख अब्दुल्ला के घर में पैदा होतीं, लेकिन ईश्वर ने हमसे यह नहीं पूछा कि हम कहां पैदा होना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आजकल लोग विभिन्न समुदायों के बीच मतभेद पैदा करना चाहते हैं। हम अंतर करने वाले होते कौन हैं लेकिन आज हम यह कर रहे हैं। हम सभी भारतीय हैं और हमें भारत में रहना है और इस देश को विकास करने में मदद करना है। यह भारत किसी एक व्यक्ति का नहीं है, बल्कि यह सभी का है और हमारा धर्म भी कहता है कि यदि आप अपने वतन से मोहब्बत नहीं कर सकते तो आपको अपने अल्लाह से भी प्यार नहीं कर पाएंगे।
किसी का नाम लिए बगैर अब्दुल्ला ने कहा- हां, कई ऐसे लोग हैं जो विचित्र बयान देते हैं लेकिन वे इस देश को तोड़ नहीं पाएंगे। भारत एक मजबूत देश है क्योंकि उसकी जड़ें बहुत मजबूत हैं जिन्हें कोई काट नहीं सकता। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक बार उन्होंने नरेंद्र मोदी (जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे) से कहा था कि मैं एक ऐसा भारत देखना चाहता हूं जहां यदि मैं आपकी आंखों में झांकू तो मैं अल्लाह को देख सकूं और यदि आप मेरी आंखों में झांके तो आपको अपना भगवान नजर आए। हमें वैसा भारत बनाना है। हमें ऐसा भारत नहीं बनाना जहां हमें मतभेद नजर आता हो।
उन्होंने कहा कि (मतभेद) हमारे भारत को बर्बाद कर देगा। हमें अपने आप को इससे बचाना है और इस देश को बचाना वर्तमान सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि कभी मत सोचो कि भारत के सामने बाहर से खतरा है। हम उस खतरे का मुकाबला कर सकते हैं लेकिन जो खतरा अंदर से घात लगाए हैं, हमें उस पर ध्यान देना है। वह है नफरत जो इन दिनों फैल रही है।