किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली और नोएडा के बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। इस बीच किसानों के दिल्ली कूच करने के कारण बड़ी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती की गई है। हालांकि आम जनता को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। कई किलोमीटर लंबा जाम दिल्ली-नोएडा के सभी बॉर्डर पर लगा हुआ है। अभी किसानों ने कहा है कि वह राज्य सरकार से बातचीत करेंगे और बातचीत विफल होने पर ही दिल्ली कूच करेंगे। किसानों ने कहा है कि जल्द ही वह सड़कों को छोड़ देंगे और दलित प्रेरणा स्थल के अंदर धरना देंगे।
दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर लगा भीषण ट्रैफिक जाम
दिल्ली के चिल्ला बॉर्डर, यूपी गेट, कालिंदीकुंज पर भीषण ट्रैफिक जाम लगा हुआ है। बता दें कि किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद ही ट्रैफिक रूट डायवर्जन किया गया था। चिल्ला बॉर्डर से होते हुए नोएडा के सेक्टर 15A से दिल्ली और कालिंदी कुंज से दिल्ली जाने वाले रास्तों पर गाड़ियों की लंबी कतारें नजर आ रही है।
सुबह से ही लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ रहा है। आज सोमवार है, ऐसे में लाखों की संख्या में लोग ऑफिस आए हुए हैं। लेकिन उन्हें काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। महामाया फ्लाईओवर पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। ट्रैफिक पुलिस ने पहले ही एडवाइजरी जारी कर दी थी, ताकि लोग जाम से बच सके।
हालांकि किसानों को पुलिस ने रोक दिया और किसान हाईवे पर ही धरने पर बैठ गए हैं। किसान लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने की पूरी कोशिश पुलिस द्वारा की जा रही है। वहीं मीडिया से बात करते हुए पूर्वी दिल्ली की डीसीपी अपूर्व गुप्ता ने कहा, “हमें कुछ किसान संगठनों के बारे में पहले से ही सूचना मिली थी। संसद सत्र चलने के कारण उन्हें विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई।”
नई दिल्ली में बीएनएस की धारा 163 लागू
बता दें कि नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू हो गई है। किसानों के दिल्ली चलो मार्च को लेकर विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था पर संयुक्त सीपी संजय कुमार ने जानकारी दी। उन्होंने कहा, “संसद सत्र को देखते हुए नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू की गई है। महामाया फ्लाईओवर, डीएनडी या कालिंदीकुंज पर जवानों की अतिरिक्त तैनाती की गई है कि कोई भी भीड़ बिना अनुमति के प्रवेश न कर सके।”