दिल्ली में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद अब कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी को इस हिंसा के लिए जिम्मेदार बताया है। सोमवार को लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर किसानों के खिलाफ जंग छेड़ने का आरोप लगाया, साथ ही बालाकोट एयर स्ट्राइक से पहले कथित तौर पर जानकारी लीक किये जाने और गत गणतंत्र दिवस पर कुछ उपद्रवी तत्वों के लाल किले में घुसने एवं धार्मिक ध्वज लगाने से जुड़े घटनाक्रम की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार को किसानों से बातचीत करके विवादित कृषि कानूनों से जुड़े मामले का समाधान निकालना चाहिए क्योंकि इसके कारण देश की छवि धूमिल हो रही है ।
किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘‘आप एक तरफ मुसलमान और दूसरी तरफ किसान के खिलाफ जंग छेड़े हुए हैं।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘ संसद से कुछ किलोमीटर की दूरी पर हजारों किसान दो महीने से बैठे हैं। 200 से ज्यादा किसानों की जान चली गई। प्रधानमंत्री को किसानों के साथ बातचीत करने की फुर्सत नहीं है क्या? इतना अहंकार क्यों है?’’ किसानों की स्थिति को दयनीय बताते हुए उन्होंने सरकार से कहा, ‘‘ आप बहुमत का बाहुबल बंद करिए।’’ उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आपके ऊपर खतरा मंडरा रहा है और पंजाब, हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ेगा।
चौधरी ने कहा, ‘‘किसानों के खिलाफ जंग बंद करो।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ मैं… विपक्ष और आपके बहुत सारे सांसदों की तरफ से आग्रह करता हूं कि किसानों के साथ बातचीत करके समाधान निकालिए।’’ उन्होंने लालकिले की घटना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘अमित शाह जैसे ताकतवर गृह मंत्री रहते कुछ उपद्रवी लाल किले पर कैसे पहुंचे, यह बड़ा सवाल है। क्या इसकी कोई तफ्तीश नहीं होगी? गणतंत्र दिवस पर जब राजधानी में सबसे अधिक सुरक्षा रहती है, तब ऐसा कैसे हुआ?’’
चौधरी ने दावा किया, ‘‘सच तो यह है कि आप चाहते थे कि कुछ घटना घटे ताकि लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। यह आपकी सोची-समझी साजिश है। आपने अपने लोगों को किसान के भेष में वहां पहुंचा दिया। अगर जांच हो जाए तो पता चल जाएगा कि सरकार इसके पीछे है। अगर ऐसा नहीं है तो जेपीसी की जांच कराएं।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘आपने बड़ी चतुराई से किसान नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया। आप छलपूर्वक नहीं तो बलपूर्वक किसानों को दबाना चाहते हैं।’’
इनपुट भाषा