कृषि कानूनों का किसान विरोध कर रहे हैं। अब इस आंदोलन में राजनीतिक दल अपना फायदा तलाशने में लग गए हैं और वे किसानों को समर्थन देने की बात कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के दौरान बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दरअसल जप सपा के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री मोदी का पुतला फूंक रहे थे तभी एक महिला समेत चार कार्यकर्ता आग की चपेट में आ गए। वे हल्का-फुल्का झुलस गए। कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।

सपा के कार्यकर्ता हुसैनगंज चौराहे पर पीएम मोदी का पुतला फूंकने पहुंचे थे। ऑटो से जल्दी-जल्दी पुतला निकाला गया और आग लगा दी गई। तब तक नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगने लगे। तुरंत कार्यकर्ताओं ने सुधार किया और मुर्दाबाद के नारे गूंजने लगे। तब तक पुतला फूंकने वाले तीन कार्यकर्ता आग की चपेट में आ गए। इसके अलावा एक महिला भी आग के चपेट में आई। इन सबने भागकर जान बचाई। गनीमत रही की कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।

किसानों के आंदोलन को राजनीतिक दलों का भी पुरजोर समर्थन मिल रहा है। इसमें शिवसेना, एनसीपी. आम आदमी पार्टी और सपा भी शामिल है। किसानों के समर्थन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव रोड पर भी उतरे थे।  इसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया। अब सपा के कार्यकर्ता जगह-जगह पर प्रदर्शन कर रहे हैं।


बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान आग की चपेट में यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष भी आ गए। ये सभी अखिलेश यादव के हिरासत में लिए जाने के विरोध करने जुटे थे। लोग योगी- मोदी के विरोध के पोस्टर लेकर वहां पहुंचे। भरे चौराहे पर बीच में पुतला फूंका जाने लगा। आग इतनी जोर की उठी की सब झंडा लेकर भागने लगे और बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगे।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी किसानों के समर्थन में सिंधु बॉर्डर गए थे। आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर बताया है कि उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। किसानों का भारत बंद दोपहर 3 बजे तक चलेगा। इसकी वजह से कई तरह की सेवाओं पर असर पड़ा है।