पंजाब और हरियाणा में किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। शंभू बॉर्डर पर किसानों का ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिलहाल रोक दिया गया है। केंद्र सरकार ने एक हफ्ते के अंदर किसान नेताओं को तीसरी बार बातचीत करने के लिए बुलाया है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों के भारत बंद पर कहा कि हमने ‘ग्रामीण भारत बंद’ का आह्वान किया है। किसान कल अपने खेतों में जाकर काम न करें।

किसान नेता राकेश टिकैत कहते हैं, “हमने ‘ग्रामीण भारत बंद’ के बारे में बात की है। हमने कहा है कि किसान कल अपने खेतों में न जाएं। इससे कल एक बड़ा संदेश जाएगा।” उन्होंने कहा कि इस आंदोलन की एक नई विचारधारा है, एक नई पद्धति है। राजमार्ग बंद नहीं किया जाएगा लेकिन हमारी बैठकें जारी रहेंगी और हम वहीं निर्णय लेंगे।

हमने लोगों से स्वेच्छा से बंद में भाग लेने का आग्रह किया- राकेश टिकैत

राकेश टिकैत ने कहा, “17 फरवरी को सिसौली में मासिक पंचायत होगी। एमएसपी पर हमारी मांग तो है लेकिन इस पर रणनीति बनानी होगी। पंजाब और हरियाणा में जो घटनाएं हो रही हैं हमने कहा है कि इसके लिए भीड़ के रूप में इकट्ठा न हों। जहां तक ​​बंद का सवाल है, हमने लोगों से स्वेच्छा से भाग लेने का आग्रह किया है।”

हरियाणा सरकार ने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के मद्देनजर बृहस्पतिवार को सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं पर प्रतिबंध दो दिन और बढ़ाकर 17 फरवरी तक कर दिया। सरकार ने एक आदेश में कहा कि ये जिले अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा हैं। राज्य सरकार ने 13 फरवरी को इन सेवाओं पर रोक दो दिन के लिए बढ़ा दी थी।

किसानों का दिल्ली चलो मार्च

पंजाब के किसानों ने मंगलवार को दिल्ली की ओर जाने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की थी। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून और ऋण माफी सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।