बीते गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के भावुक होने के बाद से ही कई नेता उनसे मिलने पहुँच रहे हैं। मनीष सिसोदिया, जयंत चौधरी, अभय चौटाला समेत कई नेताओं ने राकेश टिकैत से मिलकर उनको अपना समर्थन दिया है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के किसानों में भी एक नया जोश देखने को मिल रहा है। इसको लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि आपने आँसू बहने का असर देख लिया है। अब यह आंदोलन और मजबूत होगा।
दरअसल बीते गुरुवार को उत्तरप्रदेश पुलिस गाजीपुर में चल रहे आंदोलन को समाप्त कराने पहुंची थी। जिसके बाद राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि बीजेपी के नेता किसानों के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं और आंदोलन को ख़त्म कराना चाहते हैं। इसी बीच उन्होंने भावुक होकर कह दिया कि वह आत्महत्या कर लेंगे लेकिन आंदोलन कभी समाप्त नहीं करेंगे जिसके बाद वे इतना कहते ही मीडिया के सामने रो पड़े थे। राकेश टिकैत के रोने के बाद से गाजीपुर बॉर्डर पर माहौल पूरी तरह से बदल गया। लाखों किसानों की भीड़ गाजीपुर बॉर्डर पर जुटने लगी। इतना ही नहीं धरना खाली कराने पहुंचे पुलिस के जवानों को भी वापस लौटना पड़ गया।
हालाँकि मीडिया से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने जेल जाने के सवाल पर कहा कि अगर मैं आंदोलन चलाऊंगा तो केस भी मेरे ही खिलाफ दर्ज होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे जेल जाने के बाद भी यह आंदोलन चलता रहेगा क्योंकि इस आन्दोलन को किसान ही मिल जुल कर चला रहे हैं।
राकेश टिकैत के रोने की जानकारी मिलते ही हरियाणा और पश्चिमी यूपी के किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पहुँचना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं अगले दिन शुक्रवार को मुज़फ़्फरनगर में एक महापंचायत भी बुलाई गयी। साथ ही कई खाप पंचायतों ने भी राकेश टिकैत को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। वहीँ हरियाणा की कई खाप पंचायतों ने तो सत्ताधारी जेजेपी और बीजेपी के विधायक मंत्रियों के हुक्का पानी बंद करने का भी ऐलान कर दिया। इसके अलावा खाप पंचायतों ने यहाँ तक कह दिया कि आंदोलन में शामिल होने के लिए हर घर से एक एक आदमी जायेंगे ताकि आंदोलन को और मजबूती दिया जा सके।