केंद्र सरकार के द्वारा पारित किए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान नेता राकेश टिकैत गुजरात के दो दिनों के दौरे पर हैं। राकेश टिकैत ने अपने गुजरात दौरे पर कहा कि यहां के किसानों में डर का माहौल है और इसको निकालना पड़ेगा। किसान नेता राकेश टिकैत ने राजस्थान के आबू रोड से गुजरात में प्रवेश किया। इस दौरान गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री मोदी के सहयोगी रहे शंकर सिंह वाघेला भी उनके साथ मौजूद थे।

किसान नेता राकेश टिकैत ने बनासकांठा के पालमपुर में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात के लोग आंदोलन में कैसे शामिल होंगे, यह उन्हें खुद ही तय करना होगा। साथ ही उन्होंने गुजरात के युवाओं से आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने को कहा। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार पूरे देश में गुजरात मॉडल लागू करना चाहती है। जिस तरह से गुजरात में रिलायंस को 60 गांव दे दिए गए वैसे ही सरकार पूरे देश में किसानों की जमीन छीनना चाहती है। गुजरात के किसान सरकार के इन फैसलों के खिलाफ अदालत जा चुके हैं। लेकिन सरकार वहां भी किसानों को प्रताड़ित करेगी।

राकेश टिकैत ने राजस्थान के आबू रोड से होकर गुजरात के बनासकांठा में प्रवेश किया। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या वह कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लेकर आए हैं तो उन्होंने कहा कि उनके पास सारे दस्तावेज हैं। साथ ही उन्होंने अपना पासपोर्ट दिखाते हुए कहा कि यदि गुजरात में प्रवेश करने के लिए इसकी भी आवश्यकता हो तो वे इसे भी लेकर आए हैं। राकेश टिकैत सोमवार को साबरमती आश्रम भी जाएंगे। साथ ही वे बारदोली भी जाएंगे जहां सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किसानों के समर्थन में आंदोलन किया था।

इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि गुजरात के लोग भी आंदोलन में बड़ी संख्या में भाग लें ताकि यह पता चल सके कि जिस राज्य के नेता केंद्र सरकार में बैठे हैं वहां के किसान भी आंदोलन कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के लिए ट्रैक्टर ही टैंक है। साथ ही उन्होंने युवाओं से ट्रैक्टर और ट्विटर दोनों पर सक्रिय रहने का आग्रह किया। इसके अलावा राकेश टिकैत ने कहा कि मीडिया किसानों के आंदोलन को कमजोर दिखाने की कोशिश कर रहा है लेकिन अभी भी 25000 ट्रैक्टर दिल्ली की सीमाओं पर मौजूद हैं। 

बता दें कि पिछले दिनों किसान नेता युद्धवीर सिंह को अहमदाबाद में प्रेस कांफ्रेंस करने की वजह से गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस के बीच से ही किसान नेता को गिरफ्तार किया था। युद्धवीर सिंह की गिरफ़्तारी के बाद राकेश टिकैत ने गुजरात जाने का ऐलान किया था। राकेश टिकैत के गुजरात आने से पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने उन्हें अपना समर्थन दे दिया था। बताते चलें कि किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच 12 दौर की बातचीत होने के बाद ही कोई समाधान नहीं निकल पाया है।