भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन दो अक्टूबर, 2021 तक चलेगा। उनके मुताबिक, आंदोलन वापसी पर कोई गलतफहमी न पाले। ऐसा इसलिए, क्योंकि आंदोलन स्थल पर उनके पंच भी रहेंगे और मंच भी। यह बात उन्होंने हिंदी समाचार चैनल Aaj Tak के ‘सीधी बात’ शो में पत्रकार प्रभु चावला से कही। शनिवार को प्रसारित इस एपिसोड में उन्होंने मोदी सरकार के लाए तीन कृषि कानून, MSP, राजनीति समेत तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की।

इंटरव्यू के दौरान टिकैत ने कहा, “ये गन्ना ऐक्ट नहीं मानते। सरकार ने जो मानक बना दिए हैं, अब तो आंदोलन उन्हीं पर होगा।” इसी पर चावला ने कहा कि मतलब आपके इस आंदोलन को लेने की एक ही शर्त है…यह कहते ही टिकैत ने उन्हें बीच में टोका और बोले- वापस कहां हो रहा है आंदोलन…ये कौन है गलतफहमी में कि आंदोलन वापस हो रहा है? हमने तो अक्टूबर तक का प्लान बना दिया है। अगर मान लेंगे तो होगी बातचीत। हमारे पंच भी वहीं रहेंगे और मंच भी वहीं रहेंगे।

अपने गांव की एक कहावत का जिक्र कर उन्होंने आगे बताया- अगर कोई मेले में रह गया, तो वह मेले में ही मिलेगा। वहीं मिलाप होगा। सरकार सर्दी में यहां से भागी, वह सर्दी में ही वापस आएगी। हम तो सरकार को ढूंढ रहे, पर सरकार न मिली।

हालांकि, एंकर ने इस पर पूछा- आप तो 10 बार मिले। मंत्री तीन थे। इस पर टिकैत ने जवाब दिया- न-न…। वे भी किसी के बोलने से बोलते थे। 11 अधिकारी लगे थे। वे पर्चे लिख कर देते थे। सरकार तो थी ही नहीं। मतलब जो मंत्री बोलते थे, वह भी किसी के कहे से बोलते थे।

बता दें कि टिकैत (51) ने शनिवार को ऐलान किया कि कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी दो अक्टूबर तक दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहेंगे। मांगों पर कोई समझौता नहीं होगा। इन कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी सुनिश्चित करने वाला कानून बनाने के बाद ही किसान घर लौटेंगे।