जिले के सुनपेड गांव में दो दलित बच्चों को कथित रूप से जलाकर मारने की घटना के दो दिन बाद बुधवार को राज्य सरकार ने पीड़ित पक्ष की सभी मांगों को स्वीकार कर लिया जिसके बाद परिजन बच्चों का अंतिम संस्कार करने को तैयार हो गए हैं।

फरीदाबाद से सांसद और केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि हरियाणा सरकार ने पीड़ित पक्ष की सभी मांगें स्वीकार कर ली हैं। मांगे माने जाने के बाद पीड़ित पक्ष विरोध छोड़कर दोनों बच्चों के अंतिम संस्कार करने को राजी हो गया है।

दूसरी ओर ‘अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा’ के तत्वाधान में आरोपियों के परिवार की महिलाओं ने एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर इस पूरे मामले में उनके परिजनों को फंसाने का आरोप लगाया। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग सरकार से की। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे परिवार के लोग इस मामले में पूरी तरह निर्दोष हैं। उन्हें फर्जी तरीके से फंसाया जा रहा है।’’

महिलाओं ने कहा, ‘‘पीड़ित परिवार जिस पुराने मामले को लेकर हमपर आरोप लगा रहा है वह पूरी तरह से निराधार है। वह मुकदमा बयान की स्थिति पर पहुंच गया था और फैसला हमारे हक में आने वाला था। इसी को देखते हुए पीड़ित परिवार ने इस तरह का षडयंत्र रच हमें फंसाने का काम किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें सरकार व प्रशासन पर पूरा भरोसा है। निष्पक्ष जांच से इस मामले का पूरा सच सामने आ जाएगा।’’

कांग्रेस उपाध्‍यक्ष बोले: राहुल ने पुलिस पर एक्‍शन नहीं लेने का आरोप लगाया। उन्‍होंने मीडिया को बताया कि पीड़‍ित परिवार पुलिस से मिलने गया था तो उसे यह कह कर लौटा दिया गया कि अभी आपका कोई मरा नहीं है, आप वापस जाइए। राहुल ने कहा- हमारे बच्‍चों को क्‍यों जलाया गया? हमारी क्‍या गलती थी? गलती कुछ नहीं थी। यहां कमजोरों, गरीबों की सरकार नहीं है। इसलिए ऐसा हुआ।

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पुलिस ने कहा: हरियाणा के एडीजीपी मुहम्‍मद अकील ने कहा कि शुरुआती जांच के आधार पर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। घटना की जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई है। घटनास्‍थल पर पांच जवानों को तैनात किया गया था। ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में इनमें से तीन को सस्‍पेंड कर दिया गया है। पीसीआर में तैनात अफसरों और एसएचओ को भी सस्‍पेंड कर दिया गया है। PHOTOS: हरियाणा में 2 मासूमों को जिंदा जलाने के बाद शिवसेना ने भाजपा पर बोला हमला  क्‍या हुआ था: दिल्‍ली से सटे फरीदाबाद के सुनपेड़ गांव में मंगलवार तड़के कुछ लोगों ने एक दलित परिवार के घर में आग लगा दी। इसमें परिवार के दो बच्‍चे जल कर मर गए। उनके माता-पिता भी बुरी तरह झुलस गए। घटना का आरोप गांव के ही राजपूत परिवार पर लगा है। मरने वाला वैभव ढाई साल का और उसकी बहन दिव्‍या 11 महीने की थी। उनकी मां रेखा 70 फीसदी जल गई हैं। उनका इलाज दिल्ली में चल रहा है। उनके पिता जितेन्द्र भी परिवार को बचाने की कोशिश में झुलस गए।  

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जितेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि हमलावर राजपूत जाति के हैं और कुछ ही दिन पहले उनके साथ झगड़ा हुआ था। तभी उन्‍होंने धमकी दी थी कि पूरे परिवार को खत्‍म कर देंगे।

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रोते हुए जितेन्द्र ने बताया, ‘‘जिस समय उन्होंने खिड़की से कमरे में पेट्रोल फेंका, हम सो रहे थे। मुझे पेट्रोल की बदबू आयी और मैंने पत्नी को जगाने का प्रयास किया लेकिन तब तक आग भड़क गयी। मेरे बच्चे आग में जल गए।’’

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