छत्तीसगढ़ में रायपुर जिले की पुलिस ने एक स्थानीय चैनल के पत्रकार की शिकायत पर सोशल मीडिया फेसबुक की नीति निदेशक अंखी दास और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। रायपुर पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

जिले के एसएसपी अजय यादव ने बताया कि एक समाचार चैनल के पत्रकार आवेश तिवारी की शिकायत पर कबीर नगर थाने की पुलिस ने अंखी दास, मुंगेली निवासी राम साहू और मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी विवेक सिन्हा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। यादव ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है तथा जांच के बाद इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले फेसबुक की अधिकारी अंखी दास ने दिल्ली पुलिस में शिकायत की थी कि उसे आनलाईन पोस्ट के माध्यम से धमकी दी जा रही है।

दास ने शिकायत में रायपुर निवासी आवेश तिवारी पर भी आरोप लगाया था। इधर तिवारी ने दास के खिलाफ शिकायत में कहा है कि उन्होंने अमरीकी अखबार वालस्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक खबर को लेकर 16 अगस्त को फेसबुक में एक पोस्ट लिखा था।

इस पोस्ट में अखबार की खबर और उसमें प्रकाशित फेसुबक की नीति निदेशक अंखी दास को लेकर की गई टिप्पणियों का जिक्र था, जिसमें साफ कहा गया है कि अंखी दास लोकसभा चुनाव के पूर्व फेसबुक के राजनैतिक हित के लिए तमाम तरह के हेट स्पीच से जुड़़ी पोस्ट को न हटाने के लिए अपने अधीनस्थों पर दबाव डाल रही थी।

उनका कहना था कि इससे केंद्र सरकार से राजनैतिक संबंध खराब हो सकते हैं। शिकायत में तिवारी ने कहा है कि इस पोस्ट के बाद साहू और सिन्हा, दास का बचाव करने लगे। इन फेसबुक उपयोग कर्ताओं ने कहा कि वह :दास: हिंदू है इसलिए हिंदू हित की बात कर रही है। वहीं राम साहू नाम के व्यक्ति ने अश्लील और धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले फोटो पोस्ट किया।

दोनों ने तिवारी को जान से मारने की धमकी भी दी। तिवारी ने कहा है कि इस पोस्ट के बाद उन्हें अलग अलग जगहों से व्हाट्सप कॉल और मैसेज आ रहे हैं जिसमें अंखी दास का नाम लेकर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। तिवारी ने आरोप लगाया है कि अंखी दास, राम साहू और विवेक सिन्हा मिलकर धार्मिक वैमनस्यता फैला रहे हैं और उन्हें (तिवारी को) बदनाम कर रहे हैं। इससे उनकी जान को खतरा हो गया है।

दूसरी तरफ कांग्रेस ने फेसबुक से जुड़े विवाद की पृष्ठभूमि में मंगलवार को इस सोशल नेटवर्किंग कंपनी के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजकर आग्रह किया कि इस पूरे मामले की फेसबुक मुख्यालय की तरफ से उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और जांच पूरी होने तक उसके भारतीय शाखा के संचालन की जिम्मेदारी नयी टीम को सौपीं जाए ताकि तफ्तीश की प्रक्रिया प्रभावित नहीं हो। पार्टी की ओर से वह पत्र जारी किया गया जो कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जुकरबर्ग को ईमेल के माध्यम से भेजा गया है।