चुनाव आयोग को सौंपी गई पार्टियों की व्यय रिपोर्ट (Expenditure Report) के अनुसार, भाजपा ने 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने पर 200 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए, जो कांग्रेस के खर्च से दोगुना है। चुनाव आयोग द्वारा गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित भाजपा की व्यय रिपोर्ट में कुल 209.97 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया गया, जिसमें से 163.77 करोड़ रुपये सामान्य पार्टी प्रचार के लिए थे।
पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के आपराधिक इतिहास के प्रचार पर 5.15 करोड़ रुपये खर्च किए – जो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों और चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार एक जरूरत है। जून में चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित अपनी रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस जो भाजपा की 156 सीटों के मुकाबले 17 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही, ने कुल 103.26 करोड़ रुपये का खर्च घोषित किया।
नितिन गडकरी और अमित शाह की यात्रा पर 2.88 करोड़ रुपये खर्च
केंद्रीय भाजपा इकाई ने अभियान के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अमित शाह की यात्रा पर 2.88 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की और मीडिया विज्ञापन पर खर्च की गई एकमात्र राशि Google India पर 27 लाख रुपये थी। पांच सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही AAP ने फरवरी में गुजरात चुनाव पर कुल खर्च के रूप में 33.8 करोड़ रुपये घोषित किए थे।
चुनाव आयोग ने तेज की लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां तेज कर दी है। ECI जल्द समीक्षा बैठकें शुरू करने जा रहा है, जिसमें अब तक हुई तैयारियां और उसमें खामियों पर चर्चा की जाएगा। इसके बाद चुनाव आयोग के अधिकारियों के निर्देश पर इन कमियों को दूर करने का प्लान बनाया जाएगा। इसी क्रम में भारतीय चुनाव आयोग की तीन सदस्यीय टीम पश्चिम बंगाल चुनाव की तैयारियों का समीक्षा बैठक के जरिए जायजा लेने दौरा कर सकती है। आम चुनाव 2024 से पहले चुनाव आयोग का मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम चल रहा है।
वहीं, दूसरी ओर दो फाड़ हो चुकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नाम और आधिकारिक चिह्न को लेकर शरद पवार और भतीजे अजित पवार आमने-सामने हैं। चुनाव आयोग ने जारी नोटिस का जवाब देने के लिए दोनों गुटों को तीन और हफ्ते का समय दिया है।