उत्तर प्रदेश बिजली निगम के कर्मचारियों की भविष्य निधि (PF) दागी डीएचएफएल कंपनी में निवेश किए जाने पर प्रदेश सरकार ने प्रतिक्रिया दी है। शनिवार (2 नंवबर, 2019) मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने लोगों को आश्वासन दिया कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश सरकार ने इसके साथ ही कहा कि वो सुनिश्चित करेगी कि किसी कर्मचारी के हित आहत ना हों। सरकार का आश्वासन ऐसे समय में सामने आया है जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्य नाथ को ट्वीट कर पूछा कि किसका हित साधने के लिए कर्मचारियों की कमाई इस तरह की कंपनी में लगा दी गई?
ट्वीट में लिखा गया, ‘उप्र भाजपा सरकार ने राज्य के पॉवर कार्पोरेशन के कर्मियों की भविष्य निधि का पैसा DHFL जैसी डिफाल्टर कंपनी में फंसा दिया है। किसका हित साधने के लिए कर्मचारियों की 2000 करोड़ से भी ऊपर की गाढ़ी कमाई इस तरह की कम्पनी में लगा दी गई? कर्मचारियों के भविष्य के ये खिलवाड़ क्या जायज है?’
बता दें कि एक संदिग्ध फैसले में राज्य के स्वामित्व वाली यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने मुंबई स्थित दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (DHFL) में कथित तौर पर 2,600 करोड़ रुपए से अधिक के अपने कर्मचारियों के फंड का निवेश किया है। खास बात है कि कंपनी के प्रमोटरों को हाल में ही ईडी ने इकबाल मिर्ची की एक फ्रंट कंपनी के साथ उनके कथित संबंधों के लिए पूछताछ की थी। इकबाल मिर्ची अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर का करीबी था।
मामले में यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘DHFL में कर्मचारियों की भविष्य निधि के निवेश का मामला गंभीर है। इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। #UPPCL के सभी कार्मिक मेरे परिवार के सदस्य हैं, किसी का कोई अहित ना हो सरकार यह सुनिश्चित करेगी।’
इसी बीच कांग्रेस नेता और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी ने एक और ट्वीट कर कहा, ‘उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग के कर्मचारियों की जिंदगी भर की कमाई भाजपा सरकार में DHFL में निवेश करके फंसा दी। चुनाव के दौरान मुझे तमाम सरकारी कर्मचारियों ने मिलकर नई पेंशन स्कीम को लेकर अपनी चिंता बताई थी। आज उनके शक जायज साबित हो रहे हैं।’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘पैसा कर्मचारियों का और संदिग्ध जगह निवेश का फैसला सरकार का। गुनाहगार कौन? जिस व्यक्ति ने ईमानदारी से अपनी ज़िंदगी भर की कमाई आपके हाथों में भरोसे से डाली उसके लिए आपका क्या जवाब है? और कितने विभागों के कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई ऐसी संदिग्ध कंपनियों में लगाई गई है?’