Parliament Monsoon Session: ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में चर्चा जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से बार-बार भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का दावा किया जा रहा है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में इस मुद्दे पर विपक्ष को जवाब दिया था। इसी बीच, अब आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने एक तरफ अमेरिका कहता है कि वो हमारा अच्छा दोस्त है और दूसरी तरफ युद्धविराम की मध्यस्थता की बात करके हमें अपमानित कर रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में चंद्रशेखर आजाद ने कहा, ‘टैरिफ के विषय पर देखिए हमारी विदेश नीति जो है वो किस प्रकार से इस मुद्दे पर ट्रंप सरकार से बात करते हैं कि हमारे व्यापारियों को कोई परेशानी ना हो। टैरिफ वो लगा सकते हैं और टैरिफ तो हमारे यहां की सरकार भी बढ़ा सकती है। काफी लंबे समय से टैरिफ-टैरिफ का जिक्र हो रहा है। लेकिन जब ये टैरिफ बढ़ेंगे तो हमारे व्यापारियों की परेशानियां बढ़ेंगी। हमारी सरकार को इसका कुछ हल निकालना चाहिए।’
ऐसे दोस्तों से दुश्मन अच्छे – चंद्रशेखर
चंद्रशेखर आजाद ने आगे कहा, ‘एक तरफ अमेरिका कह रहा है कि हमारे वो अच्छे दोस्त हैं। दूसरी तरफ वो ऐढ़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं नीचा दिखाने के लिए कि बार-बार मैंने युद्ध विराम कराया है। कल ही पार्लियामेंट पर इस बात पर चर्चा हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी उनसे कोई बात नहीं हुई और विदेश मंत्री ने भी इस बात को दोहराया है। लेकिन बार-बार ट्रंप का यह कहना है तो अब मैं समझूं कि वो हमारे दोस्त नहीं है। ऐसे दोस्तों से तो दुश्मन अच्छे हैं। बार-बार हमारे देश को हमारे प्राइम मिनिस्टर को अपमानित कर रहे हैं। मैं तो चाहता हूं कि पार्लियामेंट में उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया जाए।’
विदेश नीति को लेकर पीएम मोदी का बड़ा बयान
हमें किसी की बातों में नहीं आना था – चंद्रशेखर आजाद
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ‘जिस तरह से बार-बार वो इस बात को कहकर कि मैंने ट्रेड के नाम देते हैं और व्यापार का हवाला देकर मैंने युद्ध रुकवाया और कहा कि मैं पाकिस्तान का धन्यवाद करता हूं। असल बात यह है कि मैंने यह बात संसद में भी कही थी कि हमसे कहीं ना कहीं चूक हुई है और हमें किसी की बातों में नहीं आना था। ये मौका था कि हम पीओके वापस ले लेते। हमें चूकना नहीं चाहिए था। जो स्थिति बनी थी, जिस तरह से हमारे देश के सम्मानित नागरिकों पर जो हमला हुआ और सीजफायर का फिर पाकिस्तान ने उल्लंघन किया। हमें जरूरत थी कि देश ठोक कदम उठाए और पीओके को वापस लिया जाए। इससे अच्छा मौका शायद दोबारा नहीं आता।’
हम ठगे गए – चंद्रशेखर
चंद्रशेखर आजाद ने कहा, ‘हम उनकी बातों में आए या कहें कि हम बेवकूफ बने और हम ठगे गए उन पर दोबारा भरोसा करके। इससे मुझे तकलीफ यह है कि हम अपने देश के नागरिकों और देश की सेना के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं। हमें ऐसा खतरा नहीं लेना चाहिए और हमें तत्काल जो है सख्त कदम उठाने चाहिए थे। लेकिन अब ठीक है जो हो गया सो हो गया। युद्ध तो किसी भी देश के लिए अच्छा नहीं है। वैसे भी हम लोग बुद्ध को मानने वाले लोग हैं। भविष्य में ऐसा ना हो इसलिए हमें मजबूत तैयारी करनी चाहिए।’ पढ़ें लोकसभा में पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
