बालाकोट में हुए एयर स्ट्राइक के बाद पीएम मोदी के पाले में आते लोगों को लेकर कोमी कपूर ने इंडियन एक्सप्रेस में अपने साप्ताहिक लेख में कई बातों का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है, बालाकोट में भारतीय वायु सेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पीएम मोदी की चर्चा जोरों पर है। वह लोकसभा चुनवा की होड़ में सबसे आगे हैं। पुलावामा हमले के बाद पीएम मोदी को खरी खोटी सुनाने वाले लोगों के सुर बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद बदल गए हैं।

हाल ही में एक गुजराती अखबार जो पीएम मोदी की आलोचना करता था उसने भी अपने सुर बदल लिए। पुलवामा हमले के बाद इस अखबार में एक कार्टुन छपा था जिसमें मोदी के कार्टून के साथ 56 इंच की कायरता नामक कैप्शन दिया गया था लेकिन बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद इस कार्टून में तब्दीली आ गई और इसी अखबार ने ऐसा ही कार्टून बनाते हुए लिखा 56 इंच का साहस।

संघ की पृष्ठभूमि वाले एक वरिष्ठ स्तंभकार ने हाल ही में लिखा कि पीएम मोदी और अमित शाह देश को गर्त में ले जा रहे हैं। लेकिन अब इस स्तंभकार ने लिखा है कि विपक्ष के वरिष्ठ नेता पानीपत की तीसरी लड़ाई लड़ेगे और मोदी इस बार लोकसभा चुनाव में 300 सीट जीत जाएंगे। विपक्ष को लगता है कि मोदी ने मुद्दे ही खत्म कर दिए हैं। विपक्ष के पास ऐसा लग रहा है मुद्दा ही नहीं है। इसलिए विपक्ष ने पीएम मोदी से पाकिस्तान के मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की अपील भी की है। कांग्रेस के सारे आयोजन असफल साबित हो रहे हैं मसलन जिस दिन प्रियंका गांधी को अपने पहली प्रेस कॉफ्रेंस करनी थी उस दिन पुलवामा में हमला हुआ जिसकी वजह से उन्हें यह कॉफ्रेंस टालनी पड़ी।वह आकर कुछ क्षण का मौन रहकर चली गईं।

इसका अलावा गुजरात में भी पार्टी की कमेटी बैठक को एयर स्ट्राइक की वजह से टाल दिया। इस दौरान कांग्रेस पार्टी ने जयराम रमेश से राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर पार्टी के प्रस्ताव में कुछ बदलाव भी करने को भी कहा था। वहीं, विपक्ष के नेताओं को संबोधित करने के लिए पीएम मोदी का सुषमा स्वराज को बुलाना खुद को सबसे अलग स्थापित करने की कोशिश थी। बहरहाल राजनीति में हालात एक रात में बदल जाते हैं। चुनावों की तारीखों की घोषणा होनी अभी बाकी है।