सीपीआई-एम नेता सूरज कांत मिश्रा ने कहा है कि अगर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की जीत होती है तो उनकी सरकार टाटा या उसके जैसी अन्य कंपनियों से सिंगूर में इंडस्ट्री लगाने के मुद्दे पर जरूर बात करेगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह बात कही। मिश्रा ने कहा कि वह तो उस स्थिति के लिए भी तैयार हैं, जिसमें टाटा या किसी अन्य कंपनी के उनसे मतभेद हो सकते हैं और यह भी हो सकता है कि पार्टी उनकी बात से सहमत न भी हो।
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जब मिश्रा से पूछा कि क्या लेफ्ट फ्रंट को भूमि अधिग्रहण से पहले किसानों को विश्वास में लेना चाहिए था? इस पर उन्होंने कहा कि सरकार ने सिंगूर में 90 प्रतिशत किसानों की सहमति ले ली थी। लेकिन उन्होंने इतना जरूर माना कि उनकी सरकार को इस प्रकार के मामलों के साथ और ज्यादा धैर्य तथा संवेदनशीलता के साथ निपटना चाहिए था। जमीन किसान के लिए बेहद संवेदनशील मुद्दा है, इसलिए बेहद सतर्कता के साथ इस मुद्दे को हैंडल करने की जरूरत है।
मिश्रा ने कहा कि व्यक्ति अपने अनुभव से सीखता है। किसानों को भी यह बात अब समझ आ गई है कि उन्हें गुमराह किया गया था। अभी तक न तो उन्हें अपनी जमीन वापस मिली है और न ही ही इंडस्ट्री लगी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने जी वादा किया था, वह उसे निभाने में नाकामयाब रही हैं।