करोड़ों के चिटफंड घोटाले की जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एक महीने के भीतर समूह की सौ करोड़ की संपत्ति जब्त करेगा। इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। ईडी के एक अधिकारी ने यहां बुधवार को इसकी जानकारी दी। उसने बताया कि जांच के दौरान हमें ऐसी कई बेनामी संपत्तियों का पता चला है। इनके मालिकों में ऐसे लोग शामिल हैं जिनको चिटफंड घोटाले से मिली रकम का फायदा मिला था। इन संपत्तियों को विभिन्न लोगों और कंपनियों के नाम स्थानांतरित किया गया था।
इससे पहले ईडी लगभग हजार करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुका है। ताजा जब्ती के बाद ऐसी संपत्तियों की कीमत 1100 करोड़ हो जाएगी। एक सवाल के जवाब में उक्त अधिकारी का कहना था कि इस घोटाले की जांच कर रही सीबीआई की चार्जशीट अदालत में पेश होने के बाद ही ईडी मनी लांड्रिंग मामले में अपनी चार्जशीट दायर करेगा।
ईडी सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने अब तक शारदा घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ चार प्राथमिक चार्जशीट दायर की है। अंतिम चार्जशीट में उन लोगों के नाम भी हो सकते हैं जिनको अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। सीबीआई की अंतिम चार्जशीट देखने के बाद ही ईडी मनी लांड्रिंग मामले में चार्जशीट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करेगा। इसकी वजह यह है कि ईडी नहीं चाहता कि किसी अभियुक्त को संदेह का लाभ मिले। इसके अलावा तमाम पहलुओं के बारीकी से अध्ययन के बाद तैयार चार्जशीट से अदालत में अभियुक्तों को सजा दिलाने में सहायता मिलेगी।