TMC MLA Jiban Krishna Saha Arrested: प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल के स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति में कथित अनियमितताओं को लेकर टीएमसी विधायक के आवास पर छापेमारी की। अधिकारियों के अनुसार, जैसे ही साहा को छापे की खबर मिली, उसने अपने घर की चारदीवारी फांदकर भागने की कोशिश की। हालांकि, अधिकारियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
ईडी अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, “जैसे ही विधायक को छापेमारी के बारे में पता चला, उन्होंने परिसर की चारदीवारी फांदकर भागने की कोशिश की। विधायक का पीछा किया गया और हमारे अधिकारियों और केंद्रीय बलों ने उन्हें एक खेत में पकड़ लिया। उनके शरीर पर कीचड़ लगा हुआ था।” अधिकारी ने यह भी बताया कि ईडी उनके पीए के आवास पर भी छापेमारी कर रही है।
ईडी अधिकारियों ने तालाब से फोन बरामद किए
ईडी अधिकारी ने बताया विधायक ने सबूत मिटाने की कोशिश में अपना फोन घर के पास एक तालाब में फेंक दिया। उन्होंने कहा, “हमारे अधिकारियों ने तालाब से दोनों मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं। दोनों फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। विधायक से पूछताछ की जा रही है।” उन्होंने बताया कि कथित भर्ती घोटाले के सिलसिले में बीरभूम जिले के एक व्यक्ति द्वारा पैसों के लेन-देन की सूचना के आधार पर छापेमारी की गई।
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पहले सीबीआई ने किया था गिरफ्तार
बुरवान विधायक साहा को शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्हें 17 अप्रैल 2023 को सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार किया था। उन्हें 2024 में जमानत पर रिहा किया गया था। फिलहाल, वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जमानत पर हैं। सीबीआई मामले के आपराधिक पहलू की जांच कर रही है, जबकि ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू पर फोकस कर रही है।
इससे पहले, ईडी ने इसी मामले में पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी, टीएमसी विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य समेत कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद टीएमसी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। ईडी अब तक इस मामले में चार आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है।
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