दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 9वां समन भेजा है। उन्हें 21 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इससे पहले उन्हें 8 बार समन जारी किए जा चुके हैं लेकिन वह ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं। अरविंद केजरीवाल को यह समन दिल्ली शराब घोटाला मामले में भेजे जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी ईडी के समन को लगातार राजनीति से प्रेरित बता रही है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि सीएम को सरकार गिरफ्तार कर AAP को खत्म करने का प्रयास कर रही है।

दिल्ली की एक अदालत के शनिवार को अरविंद केजरीवाल को ईडी की शिकायतों के बाद जमानत देने के बाद आज यह समन आया है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने अदालत को बताया था कि उन्होंने जानबूझकर ईडी के समन को मिस नहीं किया है। वह एक मुख्यमंत्री के तौर पर कई कामों में व्यस्त थे।

कोर्ट में दर्ज हुई थी शिकायत?

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल 3 फरवरी को जब पांचवीं बार समन भेजे जाने के बाद भी पूछताछ के नहीं पहुंचे तो तो ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) धारा के तहत जारी एजेंसी के समन का पालन नहीं करने के लिए आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 190 और 200 के तहत अदालत में शिकायत दर्ज की थी। ईडी ने एक आवेदन में सीएम पर जांच में “असहयोग” करने का आरोप लगाया था।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पूछताछ में शामिल होने के बजाय यह सवाल करते रहे हैं कि पहले ईडी इस बात का जवाब दे कि किस हैसियत उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पहला समन आया तो केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि समन भाजपा के इशारे पर जारी किया गया था। उन्होंने कहा था कि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें गवाह के तौर पर या संदिग्ध के तौर पर बुलाया गया था। केजरीवाल मे यह भी सवाल उठाया था कि उन्हें नहीं पता कि उन्हें सीएम के तौर पर या आप के मुखिया के तौर पर, किस तौर पर बुलाया गया है।