अमेरिका में रहने वाले हैकर सैयद शुजा ने सोमवार को लंदन में दावा किया कि भारत में भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी ने उससे ईवीएम हैक करवाए। हैकर के दावे पर भारत के चुनाव आयोग ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मशीन पूरी तरह फूलप्रूफ हैं। इनसे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। आयोग अब इस बात पर विचार कर रहा है कि इस लंदन में हुए प्रेस कांफ्रेंस पर किस तरह से कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

एएनआई के अनुसार, चुनाव आयोग ने कहा, “हमारे संज्ञान में यह बात आयी है कि लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में दावा किया गया है ईसीआई द्वारा उपयोग किए गए ईवीएम में छेड़छाड़ की जा सकती है। इन ईवीएम का निर्माण भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के द्वारा कड़ी सुरक्षा और देखरेख में किया जाता है। 2010 में गठित तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख में एक कठोर मानक प्रक्रियाओं के माध्यम से ईवीएम की सुरक्षा को परखा गया था। लंदन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के मामले की अलग से जांच की जाएगी और यह यह तय किया जाएगा कि आखिर किसी तरह की कानूनी कार्रवाई की जाए।”

हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि यह कांग्रेस का स्टंट है और वह देश को बदनाम कर रही है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल खुद उस कांफ्रेंस में मौजूद थे। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “कांग्रेस के पास बहुत सारे फ्रीलांसर हैं जो पाकिस्तान पहुंच मोदी जी को हटाने में मदद भी मांगते हैं। वे आगामी चुनाव में अपनी हार की संभावना को देखते हुए हैकिंग हॉरर शो बना रहे हैं।” भाजपा नेता ने आगे कहा, “कपिल सिब्बल वहां संयोगवश नहीं पहुंचे हैं। उन्हें राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस द्वारा भेजा गया है। जिन लोगों को भी देश और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बदनाम करने की सुपारी दी गई है, उस सुपारी को लेकर यहां से कोई डाकिया तो जाना चाहिए न। तो वही डाकिया भेजा गया है।”

वहीं, दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि विपक्ष इस मामले को चुनाव आयोग के पास  लेकर जाएगी। एक ट्वीट कर उन्होंने कहा, “हमारा लोकतंत्र सुरक्षित रहना चाहिए। सभी एक वोट मूल्यवान है। सभी विपक्षी दलों ने कोलकाता रैली के बाद ईवीएम के मुद्दे पर चर्चा की थी। हम इस मामले को चुनावा आयोग के पास ले जाने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं।”