चौतरफा विरोध झेल रही मोदी सरकार को अब उनकी ही पार्टी के नेतृत्व वाले राज्यों में सहयोगी दल भी मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। हफ्ते भर से चल रहा किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगी और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) विरोध प्रदर्शनों पर लगातार रोष जता रही है। पार्टी का कहना है कि सरकार को एक लाइन में किसानों को लिखकर दे देना चाहिए कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जारी रहेगा। पार्टी ने सरकार से पूछा है कि आखिर एक लाइन में लिखित आश्वासन दुष्यंत चौटाला के पिता और जननायक जनता पार्टी के अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा है कि सरकार जल्द से जल्द किसानों के मुद्दे पर किसी नतीजे पर पहुंचे।

किसान केंद्र सरकार के तीन कृषि बिलाें का विरोध कर रहे हैं। उनको आशंका है कि इस कानून से निश्चित न्यूनतम आय खत्म हो जाएगी और वे कॉरपोरेट के गुलाम हो जाएंगे। हालांकि केंद्र सरकार का बार-बार कहना है कि किसानों की आशंका निराधार है, लेकिन किसान चाहते हैं कि सरकार कानून खत्म करे।

पूर्व सांसद अजय चौटाला का कहना है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इस बात का आश्वासन दे रहे हैं तो इसको लिखित में देने और कानून में जोड़ने में समस्या क्या है। उनका कहना है, “केंद्र सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है। हम चाहते हैं कि इस समस्या का जल्द से जल्द निदान हो। हमने सरकार से अनुरोध किया है कि किसानों की समस्या काे हल करें।”

इस बीच एक दिन पहले ही सरकार में शामिल निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान अलग हो गए। उनका आरोप है कि सरकार का किसानों के साथ रवैया अत्याचार का है।