दुनिया भर में कोरोना वायरस के म्यूटेंट स्ट्रेन की खबर आते ही दहशत का माहौल है। इसी चलते कर्नाटक में भी नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। कर्नाटक में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए नाइट कर्फ्यू की घोषणा की गई है।फिलहाल 2 जनवरी तक के लिए ये नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आते ही इस तरह पाबंदियों की घोषणा करने वाला कर्नाटक दूसरा राज्य है। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने रात के समय कर्फ्यू की बात की थी। बता दें कि नया वैरिएंट यूके में पाया गया है। स्थिति ये है कि यूके में 60 फीसदी कोरोना के मामले इसी नए म्यूटेंट स्ट्रेन के हैं।
कर्नाटक सरकार का कहना है कि यूके से आने वाले किसी भी यात्री को 72 घंटों के भीतर RT-PCR टेस्ट कराना होगा।
इससे पहले सोमवार को महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई समेत कई राज्य के कई शहरों में नाइट कर्फ्यू की घोषणा की थी। 5 जनवरी तक रात के 11 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में क्रमश: देश में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले हैं।
बता दें कि कोरोना का नया स्ट्रेन कुछ ही समय में अधिकतर इंग्लैंड में फैल चुका है। आंकड़ो के मुताबिक देश में 60 फीसदी मामले अभी इसी नए स्ट्रेन के चलते हैं। लंदन में कोरोना के 9 दिसंबर तक के आंकड़े कहते हैं कि 62 फीसदी मामले कोरोना के म्यूटेशन स्ट्रेन के चलते हुए हैं। हैरान करने वाली बात ये है कि इसके हफ्ते पहले तक नए वैरिएंट से लंदन में सिर्फ 35 प्रतिशत मामले ही सामने आए थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नया स्ट्रेन कितनी तेजी से फैलता है।
कल नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि भारत में अभी तक कोरोना का नया स्ट्रेन नहीं देखा गया है। अभी तक, इसका हमारे देश में विकसित होने वाली वैक्सीन की क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हम कह सकते हैं कि वायरस सुपर-स्प्रेडर बन गया है।
बता दें कि भारत उन 30 देशों में शामिल है, जिन्होंने अस्थायी तौर पर यूके पर यात्रा प्रतिबंध की घोषणा की है। कोरोना का नया स्ट्रेन सबसे पहले ब्रिटेन में सितंबर में रिपोर्ट किया गया था।