Who is Petal Gahlot: एक युवा भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को तीखा और बेबाक जवाब देकर दुनिया भर में सुर्खियों में आ गई हैं। गहलोत ने कहा, “अध्यक्ष महोदय, इस सभा ने सुबह-सुबह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की बेतुकी नौटंकी देखी, जिन्होंने एक बार फिर आतंकवाद का महिमामंडन किया, जो उनकी विदेश नीति का केंद्रबिंदु है।” उन्होंने आगे कहा कि किसी भी स्तर का नाटक और किसी भी स्तर का झूठ सच्चाई को नहीं छिपा सकता। आइए अब जानते हैं कि पेटल गहलोत कौन हैं।

कौन हैं पेटल गहलोत?

पेटल गहलोत का जन्म दिल्ली में हुआ था। उन्होंने पहले मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की, फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन से मास्टर डिग्री पूरी की। साल 2015 में वह भारतीय विदेश सेवा (IFS) में शामिल हुईं। पेटल गहलोत संयुक्त राष्ट्र में भारत की सलाहकारों में से एक हैं। उन्हें जुलाई 2023 में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में प्रथम सचिव नियुक्त किया गया है।

संयुक्त राष्ट्र में जाने से पहले उन्होंने 2020 से 2023 तक तीन सालों तक विदेश मंत्रालय के यूरोपीय पश्चिमी प्रभाग में अवर सचिव के रूप में कार्य किया है। शी द पीपल के अनुसार, अवर सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पेरिस और सैन फ्रांसिस्को में भारतीय मिशन-वाणिज्य दूतावास में काम किया। दिलचस्प बात यह है कि पेटल को गिटार और सिंगिंग से प्यार है। इसलिए लोग उन्हें गिटार डिप्लोमैट भी कहते हैं। उन्होंने जब इटली का मशहूर गीत बेला सियाओ गाया, तो वह सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया गया।

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पाकिस्तान को जमकर सुनाया?

पेटल गहलोत ने कहा, “एक तस्वीर हजार शब्द बयां करती है और हमने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर और मुरीदके आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा मारे गए आतंकवादियों की कई तस्वीरें देखीं। जब पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य और असैन्य अधिकारी सार्वजनिक रूप से ऐसे कुख्यात आतंकवादियों का महिमामंडन और श्रद्धांजलि देते हैं, तो क्या इस शासन की प्रवृत्ति पर कोई संदेह हो सकता है।”

भारत के साथ हालिया संघर्ष के बारे में शरीफ के बयान पर निशाना साधते हुए गहलोत ने इसे विचित्र बताया। उन्होंने कहा, “9 मई तक पाकिस्तान भारत पर और हमले की धमकी दे रहा था। लेकिन 10 मई को, उसकी सेना ने हमसे सीधे लड़ाई रोकने की अपील की। ​​इस बीच, भारतीय सेना द्वारा कई पाकिस्तानी हवाई अड्डों को तबाह कर दिया गया। उस नुकसान की तस्वीरें, ज़ाहिर है, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। अगर नष्ट हुए रनवे और जले हुए हैंगर जीत की तरह दिखते हैं, जैसा कि प्रधानमंत्री ने दावा किया है, तो पाकिस्तान इसका आनंद ले सकता है।”