जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के ड्रोन हमले को नाकाम कर दिया है। भारतीय सीमा में करीब 7-8 किलोमीटर अंदर दाखिल हुए ड्रोन को मार गिराया गया है। ड्रोन की पहचान हेक्साकॉप्टर के रूप में की गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, हेक्साकॉप्टर से करीब 5 किलो विस्फोटक बरामद किया गया है। बुधवार को सतवारी इलाके में एक संदिग्ध ड्रोन देखा गया था, जबकि इससे पहले 16 जुलाई को जम्मू एयर बेस के पास एक ड्रोन को देखा गया था।

अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन सीमा के अंदर सात से आठ किलोमीटर अंदर उड़ रहा था, इसके छह बड़े पंख थे और यह एक टेट्रा-कॉप्टर था। उन्होंने बताया कि आईईडी सामग्री को ड्रोन के साथ जोड़ा गया था और प्रतीत होता है कि उपयोग करने से पहले विस्फोटक सामग्री को जोड़कर आईईडी बनाना था।

ADGP जम्मू जोन मुकेश सिंह ने बताया कि ‘पहले भी कोशिश की गई थी कि ड्रोन को मार गिराया जाए लेकिन कामयाबी नहीं मिली थी। इस बार कामयाब हो गए। IED से काफी बड़ा नुकसान हो सकता था। हम उसे रोकने में कामयाब हो गए।

पिछले महीने जम्मू हवाई अड्डे पर ड्रोन हमले के बाद NSG ने शहर में एंटी ड्रोन सिस्टम तैयार किया है। एयरफोर्स, जम्मू समेत देश भर के कई महत्वपूर्ण हवाई हड्डों पर छोटे ड्रोन हमलों को रोकने की तैयारी से जुड़े भी कदम उठा रहा है।

पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की गतिविधियों से संकेत मिल रहे हैं कि वह इन ड्रोन के जरिए किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में है। पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को चीन की भी मदद मिल रही है। इस बात का सबूत है कि इस ड्रोन में चीन और ताइवान के कुछ पार्ट लगे पाए गए हैं। साथ ही इसका सीरियल नंबर भी कठुआ वाले ड्रोन जैसा ही प्रतीत हो रहा है।