राजधानी दिल्ली में दिन भर उमस के बाद शाम को बादल मेहरबान हुए। बताया जा रहा है कि मौसम कमोबेश छह दिनों तक ऐसा ही रहेगा। दिल्ली के साथ एनसीआर के शहरों में भी कुछ दिनों से लगातार झमाझम बारिश का दौर जारी है। मानसून की अक्षीय रेखा अगले कई दिन मैदानी क्षेत्रों में घूमती रहेगी। इसी के चलते कभी कम और कभी ज्यादा बारिश का दौर कई दिन तक चलता रहेगा। हालांकि सुबह धूप निकलने से उमस थी लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते उमस भरी गर्मी भी नियंत्रण में हैं और तापमान भी।
शुक्रवार को भी दिनभर रुक-रुककर बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया था शाम साढ़े पांच बजे तक दिल्ली में कुल 42.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट के साथ उमस और गर्मी से भी राहत मिली। अधिकतम तापमान 32 व न्यूनतम 24.5 डिग्री रहा जो औसत से क्रमश: दो व तीन डिग्री कम रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि छह दिन तक ऐसा ही रहेगा। मौसम विभाग ने दिल्ली एनसीआर में पीत चेतावनी जारी की है। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि हरियाणा एवं उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है।
यमुना में जलस्तर ‘खतरे के निशान’ के पार
हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के बाद यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इसे देखते हुए दिल्ली प्रशासन ने शुक्रवार को बाढ़ को लेकर चेतावनी जारी की और यमुना के मैदानी इलाके में रह रहे लोगों से स्थान खाली कराने के प्रयास तेज कर दिए। यमुना के डूब वाले ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के बीच जल स्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया है।
बाढ़ एवं नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह 11 बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज पर जल स्तर 205.34 मीटर दर्ज किया गया। सुबह साढ़े आठ बजे जल स्तर 205.22 मीटर, सुबह छह बजे 205.10 मीटर और सुबह सात बजे 205.17 मीटर दर्ज किया गया। जलस्तर और बढ़ सकता है। इसलिए सभी संबंधित विभागों को चौकस कर दिया गया है। सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने अलग-अलग इलाकों में 13 नौकाओं को तैनात किया है तथा 21 अन्य को तैयार रखा है।
हरियाणा द्वारा हथिनीकुंड बैराज से यमुना में और पानी छोड़े जाने पर दिल्ली पुलिस और पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन ने राजधानी में यमुना के मैदानी इलाकों में रह रहे लोगों से स्थान खाली कराना शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि बाढ़ की चेतावनी तब जारी की जाती है जब यमुना का जल स्तर 204.50 मीटर के ‘खतरे के निशान’ को पार करता है। चौबीस घंटे स्थिति की निगरानी की जा रही है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में बारिश के कारण नदी उफान पर है।
दिल्ली बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज पर पानी छोड़ने की दर मंगलवार दोपहर को 1.60 लाख क्यूसेक पहुंच गई जो इस साल अभी तक सबसे अधिक है। बैराज से छोड़े गए पानी को राजधानी पहुंचने तक आम तौर पर दो से तीन दिन लगते हैं। हरियाणा ने सुबह आठ बजे तक यमुनानगर में स्थित बैराज से 19,056 क्यूसेक की दर से पानी छोड़ा। गुरुवार को रात आठ बजे तक 25,839 क्यूसेक की दर से पानी छोड़ा गया था। सामान्यत: हथिनीकुंड बैराज से पानी के बहाव की दर 352 क्यूसेक होती है लेकिन डूब वाले इलाकों में भारी बारिश के बाद ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है।