DRDO Scientist: पाकिस्तान एजेंट को सूचना देने के आरोप में डीआरडीओ (DRDO) के एक साइंटिस्ट को गिरफ्तार किया था। महाराष्ट्र एटीएस (ATS) ने वैज्ञानिक प्रदीप कुरूलकर को पिछले सप्ताह पुणे से गिरफ्तार किया था। कुरूलकर DRDO में बतौर साइंटिस्ट हैं। हनीट्रैप के एक संदिग्ध मामले में पाकिस्तान स्थित गुर्गों के साथ जासूसी करने का उन पर आरोप है। अब कोर्ट ने वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर की हिरासत 15 मई तक बढ़ा दी है।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एसआर नवंदर की कोर्ट ने महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के साथ कुरूलकर की हिरासत सात दिनों के लिए बढ़ा दी। एटीएस अधिकारियों ने कोर्ट को बताया कि मंगलवार को उन्हें कुरूलकर के जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से प्राप्त आंकड़ों के फॉरेंसिक विश्लेषण से रिपोर्ट मिली। इस डेटा का और विश्लेषण किया जा रहा था।
कुरूलकर को पद से किया गया निलंबित
डीआरडीओ के सतर्कता और सुरक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी की शिकायत के बाद एटीएस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। जिसके बाद कुरूलकर को तीन मई को गिरफ्तार कर लिया गया। चार मई को उन्हें पुणे की एक कोर्ट में पेश किया गया था और मंगलवार तक ATS की हिरासत में भेज दिया गया था। कुरूलकर के एक बार फिर कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान एटीएस अधिकारियों ने कोर्ट से आगे की जांच के लिए साइंटिस्ट की हिरासत बढ़ाने की मांग की। इस बीच, डीआरडीओ के सूत्रों ने कहा कि गिरफ्तारी के कुछ ही दिनों बाद कुरूलकर को निलंबित कर दिया गया। कुरूलकर पर जासूसी और गलत संचार से संबंधित आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (OSA) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
हनीट्रैप का है मामला!
एटीएस के अधिकारियों ने द इंडियन एक्सप्रेस को पहले बताया था कि उन्हें संदेह है कि यह हनीट्रैप का मामला है। जिसमें वरिष्ठ वैज्ञानिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महिलाओं की तस्वीरों का उपयोग करके फंसने के बाद पाकिस्तान स्थित खुफिया अधिकारियों के संपर्क में आया था।अधिकारियों ने कहा कि वह पिछले साल सितंबर-अक्टूबर से वॉइस मैसेज और वीडियो कॉल के माध्यम से पाकिस्तान स्थित गुर्गों के संपर्क में था। उस पर पाकिस्तानी गुर्गों के साथ संवेदनशील जानकारी साझा करने का संदेह है।
कुरूलकर कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में कर चुके हैं काम
कुरुलकर की हिरासत की मांग करते हुए अपने पहले रिमांड आवेदन में एटीएस ने कोर्ट को सूचित किया था कि कुरूलकर कई देशों का दौरा कर चुके हैं। यह जांच की जा रही है कि इन यात्राओं के दौरान उन्होंने पाकिस्तानी गुर्गों के साथ बैठकें की थीं या नहीं। डीआरडीओ की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, कुरुलकर ने संगठन की कई रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण परियोजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिसमें परमाणु सक्षम अग्नि मिसाइल सीरीज, मिशन शक्ति, रक्षा प्रणाली समेत की परियोजनाएं और परीक्षण शामिल हैं।
नवंबर में रिटायर होने वाले हैं कुरूलकर
एटीएस के अधिकारियों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उनकी गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले उन्हें निदेशक के रूप में उनके पद से हटा दिया गया था। एक आंतरिक स्थानांतरण में पुणे में एक अन्य डीआरडीओ इकाई में तैनात किया गया था। एटीएस अधिकारियों ने बताया कि कुरूलकर नवंबर में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
NCP ने की फांसी की मांग
इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की शहर इकाई कुरूलकर के खिलाफ बाल गंधर्व रंग मंदिर के पास विरोध प्रदर्शन किया। NCP नेताओं ने पाकिस्तान का एजेंट होने का आरोप लगाते हुए वैज्ञानिक के लिए फांसी की सजा की मांग की है।