विश्व हिन्दू परिषद ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले भक्तों को अलग-अलग घोटालों से सतर्क रहने के लिए कहा है। वीएचपी ने रविवार को एक चेतावनी जारी कर भक्तों को अयोध्या मंदिर के लिए दान मांगने वाले ऐसे फर्जी सोशल मीडिया संदेशों से सावधान रहने की चेतावनी दी है जो लगातार लोगों को लूटने की कोशिश में हैं।
वीएचपी ने कहा है कि सभी लोग ऐसे अनधिकृत ग्रुप्स या व्यक्तियों को फंड ना दें। विहिप प्रवक्ता विनोद बंसल ने इस मुद्दे को गृह मंत्रालय और दिल्ली और उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुखों के सामने भी रखा है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जालसाजों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का भी आग्रह किया गया है।
क्या फ्रॉड हो रहा है?
वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि फ्रॉड में शामिल ऐसे लोग अनधिकृत तौर पर क्यूआर कोड के स्क्रीनशॉट भेज रहे हैं और राम मंदिर के नाम पर चंदा मांग रहे हैं।
इस मामले के संबंध में एक वीडियो संदेश जारी करते हुए वीएचपी प्रवक्ता बंसल ने कहा कि उन्हें हाल ही में भगवान राम के नाम पर भक्तों से धन इकट्ठा करने के ऐसे प्रयासों के बारे में सूचित किया गया है।
उन्होंने कहा, “श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने किसी को भी धन इकट्ठा करने के लिए अधिकृत नहीं किया है। मैंने गृह मंत्रालय, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि लोग ऐसी धोखाधड़ी का शिकार न हों।” उन्होंने आगे बताया कि VHP ने इस मामले में तत्काल कदम उठाने के लिए उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक और आईजी रेंज लखनऊ को एक औपचारिक शिकायत भी भेजी है।
विहिप महासचिव मिलिंद परांडे ने यह भी बताया कि अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के अभिषेक समारोह के लिए धन एकत्र करने के लिए किसी को भी अलग समिति बनाने और रसीदें छापने की अनुमति नहीं दी गई है।