India-US Trade Deal News: भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर संशय की स्थिति है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ और रूस से तेल खरीदने को लेकर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया है। वहीं पीएम मोदी की चीन में शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की तो ट्रंप और भड़क गए। उन्होंने ट्रेड डील और डेडलाइन का जिक्र करते हुए कहा था कि भारत की तरफ से देरी हो रही है। वहीं अब इस मुद्दे पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत डेडलाइन के हिसाब से डील नहीं कर सकता है।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बड़ा बयान दिया और कहा कि भारत की व्यापार वार्ताएं केवल निष्पक्षता और ठोस आधार पर होती हैं, न कि किसी समयसीमा के दबाव में… अमेरिका के साथ जारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी सौदे को जल्दबाजी में अंतिम रूप नहीं देगा।
‘हम किसी समयसीमा में नहीं बांधते’
पीयूष गोयल ने कहा कि हम कभी भी व्यापार समझौतों को समयसीमा में नहीं बांधते। हमारा लक्ष्य है कि समझौते अच्छे हों और दोनों देशों के लिए लाभकारी हों। भारत हमेशा समानता और निष्पक्षता पर आधारित सौदे के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर सक्रिय वार्ता चल रही है।
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‘अभी नहीं तय हुई है बातचीत की तारीख’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मार्च से अब तक पांच दौर की बैठकें हो चुकी हैं, हालांकि, 27 अगस्त से अमेरिकी सरकार द्वारा भारतीय उत्पादों पर 50% शुल्क लगाए जाने के बाद 25 अगस्त को होने वाली छठे दौर की वार्ता स्थगित कर दी गई है, और खास बात यह है कि अब तक अगली बैठक की तारीख तय नहीं है।
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ग्रीन एनर्जी को लेकर क्या बोले पीयूष गोयल?
पीयूष गोयल ने आयोजित 20वें ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी समिट में कहा कि भारत आज नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने बताया कि भारत चौबीसों घंटे स्वच्छ ऊर्जा मात्र ₹4.60 से ₹5 प्रति यूनिट (करीब 5 सेंट) की दर पर उपलब्ध करा रहा है, जो दुनिया में सबसे सस्ती है।
पीयूष गोयल ने कहा कि 2014 से पहले देश के कई हिस्सों में बिजली बहुत महंगी और कम मिलती थी। उस समय कुछ राज्यों में लोगों को 12 से 13 रुपये प्रति यूनिट तक बिजली खरीदनी पड़ती थी. लेकिन राष्ट्रीय ग्रिड बनने के बाद हालात बदल गए और अब दक्षिण भारत जैसे क्षेत्रों में भी पहले से करीब चार गुना सस्ती दर पर बिजली मिल रही।
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