Jammu Kashmir News: जम्मू – कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद द्वारा फारूक अब्दुल्ला को लेकर दिए गए बयान के बाद UT की सियासत में अटकलों का नया दौर शुरू हो गया है। अब गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
उन्होंने कहा, “मैंने दिल्ली में सूत्रों के हवाले से कहा कि वो बीजेपी की सेंट्रल लीडरशिप से रात में मुलाकात की कोशिश करते हैं। मैंने कभी नहीं कहा कि उन्होंने मुलाकात की या फिर उन्हें मिलने का समय मिल गया।”
गुलाम नबी आजाद के इस बयान पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला की तरफ से भी प्रतिक्रिया दी गई है। उन्होंने कहा, “मैं आजाद साहब की इज्जत करता हूं लेकिन जब मैं ऐसे बयान सुनता हूं तो मुझे हैरानी होती है। अगर फारूक अब्दुल्ला को पीएम या अमित शाह से मिलना है तो मैं दिन में मिलूंगा। रात में क्यों मिलूं, किस डर से रात में मिलूं। मुझे अफसोस इस बात का है कि ये जोर-जोर से यह कह रहे हैं।”
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि क्या वजह है कि इन्हें ये लगा कि फारूक अब्दुल्ला को हर रास्ते से बदनाम करना है। उन्होंने आगे कहा, “इन्हें ये याद रखना चाहिए कि वो फारूक अब्दुल्ला ही था कि जब कोई नहीं चाहता था कि राज्यसभा की सीट गुलाम नबी आजाद को मिले, जिसने राज्यसभा की सीट उन्हें दी।”
‘2014 में भी की गुलाम नबी की पैरवी’
एनसी चीफ ने आगे कहा, “2014 में जब राज्यसभा की सीट फिर से अलॉट होनी थी। तब सोनिया गांधी ने उमर से कहा कि हमने ये सीट फारूक अब्दुल्ला के लिए रखी है। तब उमर ने मुझे फोन किया, मैं विलायत में था इलाज के लिए… मैंने उमर से कहा कि ये सीट गुलाम नबी आजाद को दे दीजिए। हालात से देखिए जिसके लिए मैंने बहुत सुना, मगर वो आज ये बाद कह रहा है कि मैं रात को मिला… गुलाम नबी साहब अपने फैक्ट्स को ठीक से देखिए।”
उमर अब्दुल्ला ने भी साधा निशाना
उमर अब्दुल्ला ने भी गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधा है। उन्होंने DPAP अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वाह भाई वाह गुलाम नबी आज़ाद, आज इतना गुस्सा। वह गुलाम कहां है जो हाल ही में 2015 में जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा सीटों के लिए हमसे भीख मांग रहा था?