Jagathrakshakan’s family linked to record FDI:  श्रीलंका के एक ऑयल रिफाइनरी में रिकॉर्ड 3.85 अरब डॉलर के फॉरन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट में जिस सिंगापुर की कंपनी के तार जुड़े हैं, उसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और डीएमके नेता एस जगतरक्षाकन के परिवार के सदस्यों की हिस्सेदारी है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। इस डील को लेकर श्रीलंका के बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट की ओर से किया गया ऐलान विवादों में आ गया है। बोर्ड का कहना था कि डील में सिंगापुर की कंपनी के अलावा ओमान ने भी निवेश किया है। हालांकि, ओमान ने इस डील से जुड़े होने की खबरों को बुधवार को खारिज कर दिया।

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर की कंपनी सिल्वर पार्क इंटरनैशनल प्राइवेट लिमिटेड ने अपने शेयर कैपिटल की 70 फीसदी हिस्सेदारी यानी करीब 1887 मिलियन डॉलर इस अरबों के प्रोजेक्ट में लगाने का फैसला किया है। वहीं, बाकी 2,000 मिलियन डॉलर की रकम लोन कैपिटल के तौर पर जुटाई जाएगी। बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट के मुताबिक, सिल्वर पार्क इंटरनैशनल सिंगापुर के नैशनल रेगुलेटर अकाउंटिंग ऐंड कॉरपोरेट रेगुलेटरी अथॉरिटी के साथ रजिस्टर्ड हैं। इसके चार में से तीन डायरेक्टर हैं- जगत रक्षाकन संदीप आनंद, जगत रक्षाकन श्रीनिशा और जगत रक्षाकन अनुसूया। ये तीनों डीएमके नेता जगतरक्षाकन के बेटे, बेटी और पत्नी हैं। श्रीलंका के एक सरकारी सूत्र ने अखबार को बताया कि डील पर रक्षाकन परिवार के ही एक सदस्य ने साइन किया है।

हालांकि, बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट ने अभी तक आधिकारिक तौर पर भारतीय कारोबारी हितों का जिक्र नहीं किया है। इस वजह से यहां की ऑयल इंडस्ट्री में निवेशकों और उनके ऑयल इंडस्ट्री के अनुभवों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ओमान के पीछे हटने के बाद ये सवाल और गहरा रहे हैं। एफडीआई की जानकारी मंगलवार को सामने आई, जब बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट ने कोलंबो में ऐलान किया कि नई ऑयल रिफाइनरी में संयुक्त उपक्रम के जरिए 3.85 अरब डॉलर के निवेश का वादा किया गया है। यह देश के इतिहास में सबसे बड़ा एफडीआई है।