मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल से जमानत पर बाहर आए कांग्रेस के सीनियर नेता डीके शिवकुमार के बेंगुलरू पंहुचने पर कार्यकर्ताओं ने 250 किलो की सेब की माला से स्वागत किया गया। इस माला को दो क्रेनों के जरिए लिफ्ट किया गया। इस दौरान उनके स्वागत में जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी मौजूद रहे। इस दौरान हवाई अड्डे के बाहर सैकड़ों कार्यकर्ताओं और समर्थक मौजूद थे।

वोक्कालिगा समुदाय के प्रभावशाली नेता शिवकुमार को इस दौरान फूलों की माला भी पहनाई गई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर पटाखे भी फोड़े। वहीं इसके बाद मीडिया से बातचीतमें शिवकुमार ने कहा कि वह सरेंडर नहीं करेंगे बल्कि न्याय के लिए लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे घटनाक्रम ने उन्हें कमजोर नहीं बल्कि और ज्यादा ताकतवर बनाया है।

बता दें कि 57 वर्षीय शिवकुमार को मनी लॉन्ड्रिंग केस में तीन सितंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। वह न्यायिक हिरासत के तहत तिहाड़ जेल में बंद थे। उन्होंने जमानत नहीं देने के निचली अदालत के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। यह मामला बेंगलुरु की विशेष अदालत में पिछले साल इनके खिलाफ करोड़ों रुपए की कथित कर चोरी और हवाला लेनदेन के आरोपों में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा दाखिल आरोप पत्र के आधार पर दर्ज किया गया था।

बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने 25 लाख रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दी थी। शिवकुमार, न्यायिक हिरासत में थे, क्योंकि उनकी बेल ट्रायल कोर्ट ने इससे पहले खारिज कर दी थी। जस्टिस सुरेश कैत ने कहा कि शिवकुमार के विदेश भागने की आशंका नहीं है। वह सबूतों के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकते हैं, क्योंकि दस्तावेज जांच एजेंसियों के पास हैं। साथ ही यह दिखाने के लिए भी कोई सामग्री नहीं है कि उन्होंने गवाहों को प्रभावित किया है।

हालांकि शिवकुमार ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है और कहा कि 2017 में गुजरात की राज्यसभा सीटों पर चुनाव के दौरान विधायकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाने के कारण राजनीतिक प्रतिशोध के तहत उनपर कार्रवाई की जा रही है। जांच एजेंसी ने पिछले साल सितंबर में शिवकुमार तथा नयी दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन के एक कर्मी हनुमंथैया के खिलाफ धन शोधन का एक मामला दर्ज किया था।