प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलग-अलग तरीके से अपने प्रशंसकों और मतदाताओं से सीधा संवाद करते रहते हैं। उनकी लोकप्रियता के कई कारणों में एक लोगों से लगातार सीधा जुड़ाव बनाए रखना भी है। इसके लिए वह लगातार तरह-तरह के कार्यक्रम भी आयोजित करते रहते हैं। सामूहिक रूप से भी और व्यक्तिगत रूप से भी। वह इसके लिए तकनीक का भी खूब सहारा लेते हैं। मसलन नरेंद्र मोदी ऐप से जुड़े लोगों को जन्मदिन पर प्रधानमंत्री के हस्ताक्षर वाला ग्रीटिंग्स कार्ड भेजा जाता है।
पौत्र ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर दी थी जानकारी
प्रधानमंत्री अक्सर अपने प्रशंसकों को खत भी लिखते हैं। ऐसा ही एक खत प्रधानमंत्री की ओर से देवघर (झारखंड) की एक बुजुर्ग महिला को लिखा गया है। देवघर के कास्टर टाउन की रहने वाली 95 साल की गीता देवी प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसक हैं। उनके पौत्र रमण भारद्वाज (16) जब भी उन्हें प्रधानमंत्री की फोटो लैपटॉप या टीवी पर दिखाते तो वह हाथ जोड़कर इस उम्मीद से बात करने लग जाती हैं कि तस्वीर उनसे बात करेगी। रमण ने यह बात बताते हुए प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी थी।
पीएमओ से पहले फोन आया, फिर पत्र भी भेजा गया
इसके जवाब में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री दफ्तर से पौत्र रमण भारद्वाज को फोन आया और उनकी दादी का कुशल क्षेम पूछा गया। फिर प्रधानमंत्री की भावना से अवगत कराया गया। और कहा गया कि प्रधानमंत्री ने आपके पत्र पर संज्ञान लिया है और उनका पत्र आपकी दादी को भेजा जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने लिखा, “आपके स्नेह से मिल रही नई ऊर्जा”
इसके कुछ ही दिन बाद प्रधानमंत्री के दस्तखत के साथ उनका जवाबी खत गीता देवी के नाम आया। पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा है कि ” मुझे जानकर यह बहुत प्रसन्नता हुई कि 95 वर्ष की उम्र में भी आप देश, व समाज से जुड़े विभिन्न विषयों के प्रति सजग हैं। अमृत काल में आप जैसे हमारे वरिष्ठ नागरिकों का अनुभव व मार्गदर्शन एक भव्य व विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होगा। उन्होंने यह भी लिखा है कि आप जैसे मेरे देश के परिवारजनों से मिलने वाला स्नेह मुझे राष्ट्र के लिए जी-जान से कार्य करने की नई ऊर्जा देता है। “
नरेंद्र मोदी अक्सर अपने प्रशंसकों को पत्र लिखते रहे हैं। नवंबर, 2023 में उनकी ओर से कांकेर (छत्तीसगढ़) की आकांक्षा को खत भेजा गया था। 2 नवंबर को जब प्रधानमंत्री कांकेर में रैली कर रहे थे तो वहां आकांक्षा ने अपने हाथ में उनका स्केच पकड़े हुआ था। आकांक्षा का वह स्केच प्रधानमंत्री ने बतौर भेंट स्वीकार किया था और उनसे अपना पता भी लिख देने के लिए कहा था, ताकि वह उन्हें खत लिख सकें। 4 नवंबर को प्रधानमंत्री की ओर से आकांक्षा को खत भेजा गया था।
प्रधानमंत्री सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भी सीधा संवाद करते हैं। हाल ही में अयोध्या यात्रा के दौरान वह उज्ज्वला योजना की एक लाभार्थी मीरा मांझी के घर गए थे। वहां उन्होंने चाय पी। बाद में दिल्ली से उन्होंने उन्हें खत लिखा और उनके लिए कुछ तोहफे भी भिजवाए।
प्रधानमंत्री समय-समय पर जनता के नाम भी खत लिखते हैं। मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने वहां की जनता के नाम खुला खत लिखा था और भाजपा को जिताने की अपील की थी।