दिल्ली में कचरे के पहाड़ एक बड़ी समस्या है। पहले की सरकार से लेकर वर्तमान सरकार तक सभी इसके निस्तारण की लगातार कोशिश कर रहे हैं। इस सबके बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने गुरुवार को कहा कि शहर के कूड़े के ढेर अगले पांच सालों में डायनासोर की तरह गायब हो जाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार कचरे की प्रोसेसिंग में तेजी लाने के लिए एक अतिरिक्त एजेंसी को काम पर रखने की संभावना तलाश रही है।

गाजीपुर लैंडफिल साइट का निरीक्षण करते हुए पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सरकार पुराने कचरे को साफ करने और शहर को कचरे के विशाल ढेर से मुक्त करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है, जो पहाड़ों की तरह जमा हो गए हैं। उन्होंने कहा, “मैं वादा करता हूं कि दिल्ली में कचरे के पहाड़ डायनासोर की तरह गायब हो जाएंगे।”

ठेकेदार प्रतिदिन कम से कम 8000 मीट्रिक टन कचरे का निपटान करे- सिरसा

मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि साइट पर जमा 70 लाख मीट्रिक टन कचरे में से 14-15 लाख टन का पहले ही निपटान हो चुका है। उन्होंने कहा कि बायोमाइनिंग के काम की गति बढ़ गई है, अगले 6 महीनों में लगभग 7000 से 8000 मीट्रिक टन कचरे का निपटान प्रतिदिन किया जाएगा।

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सिरसा ने कहा कि उन्होंने एमसीडी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि नया ठेकेदार अगले चार से पांच महीनों में प्रतिदिन कम से कम 8,000 मीट्रिक टन कचरे का निपटान करे। उन्होंने चेतावनी दी, “अगर वे लक्ष्य पूरा करने में विफल रहते हैं तो जुर्माना लगाया जाएगा।” पढ़ें – भारत में कितनी है वक्फ की जमीन

5 सालों में कचरे को पूरी तरह से हटाने की कोशिश

दिल्ली सरकार कचरे की प्रोसेसिंग में तेजी लाने के लिए एक अतिरिक्त एजेंसी को काम पर रखने की संभावना भी तलाश रही है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कहा, “हम सचिवालय में एक डैशबोर्ड के माध्यम से प्रतिदिन प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप की गई प्रतिबद्धता है और हम इसे बिना किसी चूक के पूरा करने के लिए दृढ़ हैं।” सिरसा ने यह भी रेखांकित किया कि काम तेजी से आगे बढ़ रहा है और अगले पांच से छह सालों में कचरे को पूरी तरह से हटाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स