दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों को ‘जहां झुग्गी वहीं मकान’ के तहत फ्लैट दिए गए हैं। दिल्ली के कालका जी में 3000 से ज्यादा ऐसे फ्लैट बनाए गए हैं। इन फ्लैट्स की चाबी गरीब लाभार्थियों को सौंपी जा रही है। अपना पक्का घर पाकर खुश लाभार्थी महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आभार जताया है। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ऐसे ही कुछ पत्रों को शेयर किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को ‘जहां झुग्गी वहीं मकान पुनर्वास परियोजना’ के तहत राजधानी दिल्ली की उन महिलाओं के प्रति आभार जताया जिन्होंने उन्हें पत्र लिखकर मकान मिलने की खुशी जाहिर की। पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “दिल्ली के कालकाजी की उन माताओं और बहनों के पत्र पाकर अभिभूत हूं, जिन्हें ‘जहां झुग्गी, वहीं मकान’ योजना के तहत पक्के घर मिले हैं।”
उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर जब वहां गए तो महिलाओं ने ये पत्र उन्हें सौंपे, जिनमें उन्होंने अपनी खुशी जाहिर की है। प्रधानमंत्री ने लिखा कि पत्रों के लिए आप सभी का बहुत-बहुत आभार! हमारी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए यूं ही प्रतिबद्ध होकर काम करती रहेगी।
दिल्ली की महिलाओं ने पत्र में क्या लिखा है
प्रधानमंत्री ने इस ट्वीट के साथ चेतना, कुसुम लता, रेशमा और दंपत्ति काकोली व संजय मैत्रा की ओर से लिखे गए पत्र भी शेयर किए। कुसुम लता लिखती हैं कि वे कई सालों से मोमिन कैंप में रहती थीं। केंद्र सरकार की योजना के तहत उन्हें मकान मिला। कुसुमलता ने कहा कि उन्हें और उनके बच्चों के सिर पर छत देने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद। काकोली मेइत्रा ने झुग्गी के बदले मकान और मुफ्त टीका देने के लिए पीएम मोदी का आभार जताया।
पीएम ने अपने ट्वीट में कहा कि इन पत्रों में महिलाएं बताती हैं कि कैसे इस स्कीम के जरिए उनका सालों पुराना सपना साकार हुआ है और पूरे परिवार का जीवन आसान बना है।
‘यथास्थान झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास परियोजना’
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने नवंबर 2022 में झुग्गी-झोपड़ी वासियों के पुनर्वास के लिए दिल्ली के कालकाजी में ‘यथास्थान झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास परियोजना’ के अंतर्गत बनाए गए 3024 नवनिर्मित फ्लैटों का उद्घाटन किया था। उन्होंने पात्र लाभार्थियों को फ्लैटों की चाबियां सौंपी थी। इस दौरान पीएम मोदी ने बताया था कि अकेले कालकाजी एक्सटेंशन के पहले चरण में ही 3000 से अधिक घर तैयार किए जा चुके हैं। बहुत जल्द, क्षेत्र में रहने वाले अन्य परिवारों को अपने नए घरों में प्रवेश करने का अवसर मिलेगा।