BJP के कपिल मिश्रा और AAP के निगम पार्षद ताहिर हुसैन पर Delhi Violence को भड़काने के आरोप लगे हैं। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक एक बड़ा धड़ा राजधानी के उत्तर पूर्वी हिस्से में हुए हालिया बवाल के पीछे इन्हीं दोनों को जिम्मेदार मान रहा है। दोनों ने भी एक दूजे पर निशाना साधा है। इनमें से एक पर जनता को भड़काने वाले बयान देने का आरोप है, जबकि दूसरे पर दंगे को भड़काने का आरोप लगा है।
मौजूदा समय में ये भले ही अलग पार्टी के नुमाइंदे हों और एक-दूजे को कठगरे में खड़ा कर रहे हों, मगर कभी ये दोनों जिगरी दोस्त जैसे थे। ये बात है, तब की जब मिश्रा भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी का हिस्सा थे।
दोनों का याराना कुछ ऐसा था कि मिश्रा का दफ्तर तक हुसैन के घर से चलता था। हुसैन इसके अलावा चुनाव के वक्त मिश्रा की खूब मदद भी कर चुके हैं। ये बात यमुनापार में चांद बाग के लोग भी पुष्ट कर चुके हैं।
साल 2013 और 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में ताहिर ने मिश्रा की खूब मदद की थी। मिश्रा का कार्यालय उनके यहां 2013 में ही बनाया गया था। सूत्रों के हवाले से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि 2017 के नगर निगम चुनाव में टिकट मिलने और जीत में कपिल मिश्रा की अहम भूमिका मानी जाती है।
हिंसा के ताजा मामले को लेकर मिश्रा ने पुराने दोस्त पर जुबानी हमला बोलते हुए एक ट्वीट किया था। लिखा था, “डंके की चोट पर कह रहा हूं कि अगर दंगों के दिनों के ताहिर हुसैन के फोन के कॉल डिटेल्स खुल गए तो दंगों में और अंकित शर्मा की हत्या में संजय सिंह और केजरीवाल दोनों की भूमिका सामने आ जाएगी।”
उधर, हुसैन ने भी एक ऐसा ट्वीट रीट्वीट किया, जिससे उन्होंने भाजपा विधायक को आड़े हाथों लेने की कोशिश की। देखें, ट्वीटः
यह बयान बना मिश्रा के गले की हड्डीः जाफराबाद और चांद बाग में धरने पर बैठे लोगों को वहां से हटाने के लिए कपिल मिश्रा पहुंचे थे। उन्होंने उस दौरान साफ किया था कि ये लोग दिल्ली में दंगे जैसा माहौल चाहते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जाने तक वे इंतजार करेंगे, पर इसके बाद हम आपकी भी नहीं सुनेंगे।
Kapil Mishra issuing threats of violence while a policeman stands there as a mute spectator, almost as if he’s a part of the mob.
‘Democracy’ in 2020.#Jafrabadpic.twitter.com/1gvqTn52zl— Fahad Ahmad (@FahadTISS) February 23, 2020
BJP ने इस वीडियो को बनाया मुद्दाः दिल्ली हिंसा से जुड़े एक वीडियो में ताहिर हुसैन कथित तौर पर अपने घर की छत पर लाठी के साथ दिखे थे। उस दौरान उनके वहां कुछ और लोग भी थे, जो नीचे दूसरों पर पत्थर फेंक रहे थे।
आरोप है कि ये सब ताहिर के की कहने पर हो रहा था। बाद में उनकी छत से पेट्रोल बम और पत्थर बरामद हुए थे। हालांकि, उन्होंने खुद पर लगे आरोपों से पल्ला झाड़ा है, जबकि बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया है। और, हुसैन आप से सस्पेंड किए जा चुके हैं। देखें, वीडियोः
केजरीवाल का निगम पार्षद आतंकवादी ताहिर हुसैन और नकाब में बाकी के आतंकवादी जिन्होंने IB आफिसर अंकित शर्मा की हत्या की । pic.twitter.com/XZRkanhgd1
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) February 26, 2020