कोरोना के मामलों में कमी आने के साथ ही दिल्ली को चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है। रविवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अनलॉक प्रक्रिया के तहत स्टेडियम और खेल परिसरों को बिना दर्शकों के खोलने की अनुमति दे दी। यह छूट सोमवार से लागू होगी। हालांकि इसके अलावा भीड़ भाड़ वाली जगहों पर अभी भी प्रतिबंध जारी है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार सोमवार से स्टेडियम और खेल परिसर बिना दर्शकों के खोले जा सकेंगे। साथ ही इन जगहों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक होगा। इसके अलावा सिनेमाघरों, मल्टीप्लेक्स,स्विमिंग पूल, स्पा, स्कूल, कॉलेज, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और अन्य तरह के आयोजनों पर पहले की तरह ही रोक जारी रहेगी।
दिल्ली मेट्रो और डीटीसी बसों का परिचालन 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही होता रहेगा। पिछले हफ्ते डीडीएमए ने जिम और योग संस्थानों को भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी थी। साथ ही शादी स्थलों और होटलों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ शादी समारोह आयोजित करने की इजाजत दी गई थी। इसके अलावा साप्ताहिक बाजार और हर जोन में सिर्फ एक मार्केट को खोलने की अनुमति दी गई थी।
कोरोना महामारी से लड़ने वाले डॉक्टरों को मिले भारत रत्न, सीएम केजरीवाल की मांग
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि देश का शीर्ष नागरिक पुरस्कार इस साल उन सभी चिकित्सकों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ को दिया जाना चाहिए जिन्होंने कोविड-19 महामारी के बीच लोगों की सेवा की। उन्होंने कहा कि यह उन चिकित्सकों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने अपनी जान गंवाई। केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस वर्ष ‘भारतीय चिकित्सक’ को भारत रत्न मिलना चाहिए। ‘भारतीय चिकित्सक’ का मतलब सभी चिकित्सक, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ से है। शहीद हुए चिकित्सकों को यह सच्ची श्रद्धांजलि होगी। अपनी जान और परिवार की चिंता किए बिना सेवा करने वालों का ये सम्मान होगा। पूरा देश इससे खुश होगा।
भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा जून माह में मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक कुल 730 चिकित्सकों की जान कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान गई है। बिहार में सबसे अधिक 115 चिकित्सकों की कोविड-19 से मौत हुई है जबकि दिल्ली में 109, उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62, राजस्थान में 43, झारखंड में 39 और आंध्र प्रदेश में 38 चिकित्सकों ने महामारी से जान गंवाई है। आईएम के मुताबिक देश में कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान 748 चिकित्सकों की मौत हुई थी। (पीटीआई इनपुट्स के साथ)